मानस सर्वसुख प्रदान करने वाला ग्रंथ – बालव्यास॥
रोहित सेठ
शुभम लॉन में शुरू हुई दस दिवसीय रामकथा॥
वाराणसी, 22 जुलाई। श्री काशी सत्संग सेवा समिति के तत्वावधान में सोमवार को पवित्र सावन मास में महमूरगंज स्थित शुभम लॉन में प्रख्यात कथा मर्मज्ञ पूज्य पं. श्रीकांत शर्मा ‘बालव्यास’ द्वारा दस दिवसीय श्रीराम कथा का श्रीगणेश हुआ। स्व. परमेश्वर लाल धानुका की पुण्यस्मृति में आयोजित रामकथा के पहले दिन बालव्यास ने कहा कि तुलसीदास कृत रामचरित मानस सबको सुख प्रदान करने वाला महान ग्रन्थ है, वह करोड़ो सनातनियों के जीवन का आधार है। मुगल काल मे मानस को नष्ट करने के अनगिनत प्रयास हुए, मानस पढ़ने वालों पर अत्याचार किया गया, बावजूद उसके आज मानस जन जन के कल्याण का कारक बन गया है। उन्होंने कहा कि मानस ऐसा ग्रन्थ है जिसमे आस्था रखने से वनमानुष भी मनुष्य बन जाता है। बच्चों में संस्कार डालना है तो घर मे सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर देना चाहिए। अब उपहार में रामचरित मानस की प्रति देने की परंपरा शुरु करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के व्यवहार का पता उसके वाणी से पता चलता है, इसलिए वाणी का प्रयोग बहुत संभलकर करना चाहिए।
बालव्यास ने कहा कि काशी नगरी सम्पूर्ण सृष्टि में सबसे अदभुत नगरी है, यहाँ मुक्ति की इच्छा से जोभी आया उसे मुक्ति अवश्य मिलती है। यह वही काशी है जहाँ तुलसीदास ने मानस की रचना की और इसी काशी में तुलसीदास को हनुमान जी ने प्रभु श्रीराम के दर्शन कराए थे। उन्होंने कहा कि यही काशी में गंगा तट पर हनुमान जी आज भी रामकथा श्रवण करने सबसे पहले पहुँच जाते है।
राम मंदिर का मॉडल बना आकर्षण का केंद्र- कथास्थल पर राम मंदिर के मॉडल को ही मंच का स्वरूप प्रदान किया गया है। मंच की पृष्ठभूमि में अयोध्या रामलला की भव्य प्रतिकृति लगाई गई है। वहीं कमल के पुष्प आकार की व्यासपीठ बनाई गई है। सम्पूर्ण मंच आकर्षण का केंद्र रहा।
शोभायात्रा के साथ हुआ शुभारंभ-*इससे पूर्व कथा के शुभारंभ के अवसर पर श्रीराम जानकी मंदिर, महमूरगंज से विशाल शोभायात्रा निकाली गईं। शोभायात्रा में आगे आगे भक्त बैण्ड बाजे की धुन पर भक्तिभाव में झूमते गाते चल रहे थे, उनके पीछे कथा यजमान गणपत राय धानुका, किरण धानुका, गौरीशंकर धानुका, वर्षा धानुका मानस की पोथी सर पर लिए चल रहे थे। सबसे पीछे बग्घी पर कथाव्यास पं. श्रीकांत शर्मा बालव्यास विराजमान थे। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा कथा स्थल शुभम लॉन पहुँच कर समाप्त हुई जहाँ यजमान परिवार द्वारा सर्वप्रथम व्यासपीठ का साविधि पूजन किया गया।
कथा का संचालन महेश चौधरी ने किया। इस अवसर पर गंगा धानुका, अवधेश खेमका, मानक चंद धानुका, राधेगोविन्द केजरीवाल, सुरेश तुलस्यान, मनीष गिनोडिया, कृष्ण कुमार काबरा, श्याम केजरीवाल, सोनू जैन, मुरारी अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।