रिपोर्टर दाबिर् सिद्दीकी
लखनऊ-:सामाजसेवी, रंगकर्मी, नाटय गुरु और थियटर एंड फिल्म वेल्फेयर एसोसियशन के सचिव दबीर सिद्दीकी ने आज हजरतगंज लखनऊ स्थित दिलीपपुर टॉवर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश जो कला एव संस्कृति के लिए उत्तर प्रदेश ही नही संपूर्ण भारत मे अपना परचम लहरा रहा है, ज्ञातव्य हो कि संस्कृति विभाग के अधीनस्थ सभी संस्थान, अकादमियों एवं निर्देशालय में भष्ठाचार घोटाला और कमीशन खोरी वर्तमान ईमानदार सरकार माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की छवि धूमिल करने की कोई कसर नहीं छोड़ रही है, वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा संस्कृति के संरक्षण की जिम्मेदारी वर्ष 2021 से संस्कृति एवं पर्यटन के प्रमुख सचिव श्री मुकेश मेश्राम जी को दी गई है परंतु संस्कृति विभाग और उसके अधीनस्थ संस्थाओं में हो रही अनिमितताएं एवं भ्रस्टाचार कब रुकेगा यह माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार के लिए भी बता पाना ना मुमकिन लग रहा है कला व संस्कृति के संरक्षण मे लगे अधिकारियों की यदि संपति का मूल्यांकन औऱ विशेषज्ञों से जांच करा ली जाए तो स्वत: योगी सरकार मे संस्कृति विभाग और उसके अधीनस्थ संस्थाओं में भष्ठाचार घोटाला और कमीशन खोरी स्पस्ट हो जाएगीI
*इसी पद्धति मे 10 करोड़ लेकर वर्षों से संस्था पैक्स फेड अभी तक उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में मेंटेनेंस, निर्माण कार्य कर रही है, कार्य पूरा न होने पर अकादमी में करोड़ो रुपये का भुगतान कर दूसरी पीडब्ल्यूडी एजेंसी को लगाया गया है, इन दोनों संस्थाओं से काम पूरा नही होने पर वर्तमान में एक तीसरी संस्था से भी कार्य करा कर उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में मेंटेनेंस, निर्माण कार्य पर कमीशन खोरी का कार्य प्रगति पर है। इन संस्थाओं द्वारा अकादमी में अभी कितने वर्षों और कार्य के नाम पर कमीशन खोरी चलती रहेगी और शासन इनको करोडो रुपये उपलब्ध कराकर कमीशन खोरी करता रहेगाI
संभवत ऐसा प्रतीत होता है कि जब तक कार्य पूर्ण नही हो जाता हैं, इन तमाम एजेंसियों को किसी न किसी बहाने धनराशि उपलब्ध करायी जाती रहेगी। वातानुकूलन के लिए जो नए संयंत्र लगाए गए हैं वह मानक के अनुरूप प्रेक्षागृह को ठंडा नहीं कर रहे हैं। वातानुकूलित संयंत्र लगाने पर करोड़ों रुपए बिना किसी आगगण के कंपनी को दिया गया है। स्पष्ट नहीं है कि वातानुकूलित संयंत्र कितने लगाए गए है। इसी तरह दोनों प्रेक्षागृह में साउंड सिस्टम व उपकरण लगाए गए हैं वह भी सही कार्य नहीं कर रहे हैं। इसी प्रकार स्टेज लाइट का भी कार्य कराया गया है। अकादमी बाउंड्री वॉल जो चारों तरफ से बनी है वह भी दोबारा बनाई गई है जिस पर पूर्व में लगी रेलिंग मोटे लोहे की लगी हुई थी लेकिन संस्था द्वारा उक्त रेलिंग मानक के अनुरूप नहीं लगाई गई है और उसका चार्ज भी ले लिया गया है। पुरानी रेलिंग कहां रखी है वह भी नहीं पता है। स्टोर में है या बेच दी गई है अकादमी की लिफ्ट लगभग 12 वर्षों से खराब है वह अभी तक चलाई नहीं गई है संभवत इसके भी बजट का इंतजार है। प्रेक्षागृह में लगे फायर सिस्टम जिसकी एनओसी ही नहीं है यदि किसी प्रकार का कोई भी हादसा होता है तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी निदेशक, संगीत नाटक अकादमी की बनती है। क्या इसे भी ठीक करा कर इसकी एनओसी प्राप्त की जाएगी या किसी हादसे का इंतजार है। संभवत इसके भी बजट का इंतजार किया जा रहा है। अकादमी की ग्रीन बेल्ट में किस कंपनी द्वारा यूनिपोल टावर लगाए गए हैं और उनसे होने वाली आय अभी तक कितनी हुई है, किसी को कुछ नहीं पता है। संस्थाओं द्वारा अकादमी स्टूडियो एवं अन्य कार्य कराए गए हैं जिसका चार्ज भी संभवत ले लिया गया है क्या चार्ज किसी विशेषज्ञ की देखरेख में लिया गया है या फिर आपसी हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया हैI
वर्तमान ईमानदार उत्तर प्रदेश सरकार माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह जी, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश कुमार मेश्राम जी से अनुरोध है कि इन संस्थाओं द्वारा कराए गए कार्यों का मूल्यांकन औऱ विशेषज्ञों से जांच करा कर और अभी तक जो कार्य नहीं किये गए हैं शीघ्र करवाने हेतु आदेश देने की कृपा करें। क्या यह कार्य अनंतकाल तक चलता रहेगा। इस तरह के भष्ठाचार घोटाले और कमीशन खोरी आदि के लिए सामाजसेवी, रंगकर्मी, नाटय गुरु और थियटर एंड फिल्म वेल्फेयर एसोसियशन के सचिव दबीर सिद्दीकी ने बताया कि बहुत जल्दी ही उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी संस्कृति विभाग के उपरोक्त मुद्दों पर GPO पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा
दबीर सिद्दीकी सामाजसेवी, रंगकर्मी, नाटय गुरु सचिव, थियटर एंड फिल्म वेल्फेयर एसोसियशन