रोहित सेठ
वाराणसी।दिनांक 29.08.2024 को जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक श्री हिमांशु नागपाल मुख्य विकास अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में आयोजित की गई । बैठक में मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना ,स्पॉन्सरशिप योजना , मुख्य मंत्री कन्या सुमंगला योजना ,दत्तक ग्रहण ,बाल देखरेख संस्थाओं में आवासित बच्चो के शिक्षा,सुरक्षा ,आधार कार्ड ,जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जाने की स्थिति की समीक्षा की गई तथा निम्न निर्देश दिए गए।
मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के प्रगति की ब्लॉक वार समीक्षा की गई अब तक कुल 1871 बच्चो की स्वीकृति जिला स्तरीय समिति के माध्यम से कराई जा चुकी है।
स्पॉन्सरशिप योजना में अब तक 2808 बच्चो की स्वीकृति जिला स्तरीय समिति से कराई जा चुकी है जो प्रदेश में अभी तक सबसे ज्यादा है।
शेष आवेदन पत्रों को शीघ्र ही समिति से अनुमोदित कराने के निर्देश दिए गए,साथ ही सभी बेसिक शिक्षा अधिकारी,जिला विद्यालय निरीक्षक ,समस्त खंड विकास अधिकारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ग्राम स्तर पर अभियान चलाकर नए बच्चो को चिन्हित कराएं ,क्षेत्र भ्रमण के दौरान कोई भी बालक / बालिका ऐसा न मिले जो योजना से लाभान्वित ना हो।सभी आंगन बाड़ी केंद्र तथा सभी प्रधानाचार्य से इस आशय का प्रमाण पत्र लिया जाए कि उनके विद्यालय में कोई भी बालक/बालिका आवेदन कराए जाने हेतु शेष नहीं है ।
कन्या सुमंगला में भी प्रगति काफी अच्छी है ,बेसिक शिक्षा अधिकारी ,जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि सभी बालिका विद्यालय में कैंप लगाकर पात्र बालिकाओं का कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत अनिवार्य रूप से उनका आवेदन कराया जाए तथा सभी प्रधानाचार्य से इस आशय का प्रमाण पत्र लिया जाए कि उनके विद्यालय में कोई भी बालिका आवेदन कराए जाने हेतु शेष नहीं है वन स्टॉप सेंटर की टीम को भी इस कार्य हेतु निर्देशित किया गया।
दत्तक ग्रहण की समीक्षा के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पाण्डेय द्वारा अवगत कराया गया जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा अनाथ ,परित्यक्त, समर्पित, नो विजिटेशन ,अनफिट पेरेंट्स श्रेणी के सभी बच्चो का विवरण केंद्रीय दत्तक ग्रहण अभिकरण के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है,2018 से अब तक कुल 56 तथा अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 तक कुल 5 बच्चे दत्तक ग्रहण में जा चुके है।मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा सभी खंड विकास अधिकारी ,बाल विकास परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ग्राम स्तर पर जिन बच्चो के माता पिता दोनो नही उनको बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कराएं जिससे उनका जांच कराते हुए बाल कल्याण समिति द्वारा उनको लीगल फ्री करते हुए दत्तक ग्रहण की कार्यवाही की जा सके।जिला प्रोबेशन अधिकारी तथा एसीएमओ को निर्देशित किया गया कि आईएमए की बैठक में जिसमे सभी डॉक्टर उपस्थित रहते हैं उसमे दत्तक ग्रहण तथा फोस्टर केयर की जानकारी दी जाए और रेडियो सिटी / FM रेडियो के माध्यम से भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं साथ ही एक एडवाइजरी जारी करें की अगर कोई भी नवजात परित्यक्त शिशु हॉस्पिटल में मिलता है तो उसको बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करे या चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर सूचित करें।
नवजात शिशुओं को लावारिश अवस्था में इधर उधर फेंक दिए जाने के प्रकरण में पुलिस विभाग को मुकदमा दर्ज कर फेकने वाले व्यक्ति की खोज कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया साथ ही दीन दयाल राजकीय चिकत्सालय में क्रेडल बेबी सेंटर की शुरुआत कराकर उसका प्रचार प्रसार कराए कि नवजात बच्चो को लोग वही पर सुरक्षित डाल सकें।जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया गया की भिक्षा वृति की टीम के माध्यम से पुनः अभियान संचालित कराएं।चाइल्ड लाइन की टीम भी मुख्य चौराहों पर जाकर भिक्षा वृत्ति करने वाले बच्चो को चिन्हित करे।
बैठक में बाल कल्याण समिति तथा किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत होने वाले प्रकरण की समीक्षा की गई।अपर नगर आयुक्त को निर्देशित किया गया कि वार्ड स्तर की बाल कल्याण एवम संरक्षण समितियों को सक्रिय किए जाने हेतु सभी पार्षद के साथ बैठक कर उनको जागरूक किया जाए।
बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक ,एसीएमओ ,
बेसिक शिक्षा अधिकारी,जिला पंचायतराज अधिकारी ,जिला कार्यक्रम अधिकारी,जिला समाज कल्याण अधिकारी,अध्यक्ष बाल कल्याण समिति,संरक्षण अधिकारी ,सदस्य किशोर न्याय बोर्ड ,विधि सह परिवीक्षा अधिकारी,सेंटर मैनेजर वन स्टॉप सेंटर ,प्रभारी विशेष किशोर पुलिस इकाई,
समस्त खंड विकास अधिकारी,समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, एडीओ समाज कल्याण जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्ड लाइन के स्टाफ उपस्थित रहे।