रिपोर्टर अनुज कुमार शुक्ला
जिला खीरी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र ग्रांट न 12, करसौरा , नया गांव तनसुकपूर्वा आदि बहुत से गांव है जो अब भी सारदा की चपेट में से बाहर नही हो पा रहे हैं ,कटान लगा तार जारी है और किसानों के घर फसलें जो अपनी जीविका को चलाने लिए मेहनत कि, उस मेहनत पर बाढ़ की तबाही के मंजर में डूबती हुई नजर आ रहे हैं ,,लेकिन इस किसान की लाचार दुर्र्दसा पर किसी शासन प्रशासन तनिक भी दुख का आभास नही हो पा रहा है
रास्ते सभी काट चुके हैं लोगो का आवागमन बाधित है जिसका निवारण करने के लिए ग्राम वासी एक डेढ़ महीने से लगातार क्षेत्रीय अधिकारियों से कह रह रहे हैं लेकिन उन्होंने किसी बात पर ध्यान नहीं दिया और नकार दिया ,हमारे देश में पुत्र पुत्री को भविष्य का उजाला कहे जाने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई 3 महीने से बाधित है इस पर भी कोई एक्शन नहीं ,किसान तो मर ही रहा हैं लेकिन साहब आप तो उसके लड़कों का भविष्य भी खतम कर रहे है , लाचार किसानों को बहुत ही कठोर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है , सरकार भी किसानों का माला जपती हुई नजर आती है लेकिन उसको अंत में निराशा के शिवा कुछ भी हाथ नही मिलता है ,जिन किसानों के घर कट चुके हैं ,अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए लहलहाती फसलों को भी को चुका है न इक वक्त की रोटी मिल पा रही है न रहने के लिए जगह अब में क्या करूं।
मैं लाचार किसान ।।