रिपोर्टर अनुज कुमार शुक्ला
लखीमपुर खीरी ब्लॉक लखीमपुर में मनरेगा के कार्यों में लंबे समय से फर्जीवाड़ा चल रहा है, लेकिन विभागीय अफसरों की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। विभाग ने नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर ली, जबकि यह फर्जीवाड़ा सीडीओ अभिषेक कुमार ने पकड़ा है।
सीडीओ अभिषेक कुमार ने एनएमएमएस वेबसाइट देखी तो सदर, बांकेगंज, मोहम्मदी और निघासन ब्लॉक की करीब 10 ग्राम पंचायतों के मनरेगा कार्यों में गड़बड़ी मिली।
सदर के ठुसरू गांव में चकमार्ग में 49 श्रमिकों से काम होना दिखाया, लेकिन सात ही मिले। करनपुर निबहा में पुराने फोटो अपलोड होना पाया, बाजपेई गांव में मस्टररोल के अनुसार श्रमिकों की संख्या कम मिली। चोरहन गांव में 54 की जगह 14 श्रमिकों के ही फोटो अपलोड मिले। बांकेगंज ब्लाक के चकमार्ग के लिए 62 श्रमिकों को दिखाया, लेकिन पांच ही मिले। ग्रंट नंबर 11 में 39 में तीन ही श्रमिक काम करते हुए दिखाई दिए।
रोशन नगर में मस्टररोल के अनुसार संख्या कम मिली। वहीं निघासन ब्लाक के रकेहटी में 38 श्रमिकों में पांच मिले, हरीपुरवा में फोटो गलत अपलोड होना मिला। गुलरिया पत्थर शाह में पौधारोपण के कार्य 30 श्रमिकों से दो, लालपुर में 36 की जगह 14 श्रमिक ही मिले थे।
मोहम्मदी के पोखरनापुर में चकमार्ग के लिए 3.59 लाख रुपये बजट के साथ ही 128 मरीजों का मस्टररोल था। मस्टररोल के अनुसार श्रमिक व काम नहीं मिला। फर्जीवाड़ा सामने आया तो डीसी मनरेगा विपिन चौधरी ने संबंधित प्रधान, रोजगार सेवक, पंचायत सचिव और तकनीकि सहायक को नोटिस जारी किया। मगर अब तक कोई अन्य कार्रवाई नहीं की गई है। जल्द ही एक्शन लिया जाएगा।