रिपोर्ट – मोहम्मद आमिर
मोहम्मदी रेंज के अन्तर्गत बाघ प्रभावित क्षेत्र ग्राम मूड़ा अस्सी, मूडा जवाहर घरथनियां, बघमरा, पिपरिया, मड़िया जवाहर एवं इमलिया में कांम्बिंग करायी गयी
19 सितंबर कांम्बिंग के साथ ही लगाये गये कैमरों के माध्यम बाघ की उपस्थिति का आंकलन किया गया। बाघ प्रभावित क्षेत्र में वन कर्मियों की टीमें निरन्तर निगरानी बनाये हुयें हैं। इसके साथ ही बाघ विचरण मार्ग में मचान बनाकर बाघ को ट्रैंक्यूलाइज करने का प्रयास किया जा रहा है। कैमरा ट्रैप के माध्यम से मिल रहे फोटो एवं पगमार्क की निशानदेही पर रेस्क्यू करने हेतु डा. नितेश कुमार कटियार पशुचिकित्सक कानपुर प्राणि उद्यान एवं डा0 दया शंकर, पशुचिकित्सक अपनी टीम के साथ क्षेत्र में उपस्थित हैं। रेस्क्यू आपरेषन में कैमरों, मचान एवं पगमार्को का निरीक्षण श्री संजय कुमार बिश्वाल, प्रभागीय वनाधिकारी दक्षिण खीरी वन प्रभाग द्वारा किया गया।मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम के दृष्टिगत रानी लक्ष्मीबाई इंटर कालेज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजन में क्षेत्रीय वन अधिकारी मोहम्मदी एवं वन कमिर्कयों द्वारा विद्यार्थियों को वन्यजीवों के स्वभाव एवं उनकी उपस्थिति पहचाने से सम्बन्धित जानकारी दी गयी। वन्यजीव के गन्ने के खेतों में छुपे होने की संभावना होने पर वन विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्र में प्रचार-प्रसार कर रही हैं साथ ही खेतो पर समूह बनाकर जाने की सलाह दी जा रही है