व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की दिशा को बढ़ावा देगा भारतीयता का सिनेमा।
रोहित सेठ
काशी, आज काशी-प्रयाग चित्र साधना द्वारा आयोजित एवं बनारस यूथ थियेटर, रंग प्रयोग नाट्य संस्थानम के सहयोग से विश्व संवाद केंद्र, लंका माधव सभागार में ‘एक दिवसीय फ़िल्म मेकिंग एवं सिनेमेटिक लैंग्वेज’ पर बनारस यूथ थियेटर एवं रंग प्रयोग नाट्य संस्थानम के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन हुआ, जिसका उद्घाटन काशी प्रयाग चित्र साधना के सचिव वसु पाठक, उपाध्यक्ष मुरार जी त्रिपाठी मुख्य अतिथि प्रमोद पाठक धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. उपेन्द्र विनायक सहस्रबुद्धे ने किया। फ़िल्म संचार का महत्वपूर्व साधन है और इसे किस दृष्टी से बनाया जा रहा है, ये इससे भी महत्वपूर्ण है। क्या हमारे सिनेमा से समाज एवं राष्ट्र की प्रगति में हमने कुछ योगदान किया है? क्या हमने अपनी संस्कृति-संस्कारों को भारतीय की दृष्टि से दिखाया है। इन सभी मुद्दों पर बात हुई ।कार्यशाला में फ़िल्म अभिनय प्रशिक्षक रूप में अमित कुमार श्रीवास्तव ( BNA Alumni ) एवं फ़िल्म मेकिंग एवं सिनेमेटिक लैंग्वेज के प्रशिक्षक के रूप में रजनीश कुमार मिश्र ( सहायक अध्यापक, जनसंचार विभाग, सिस्टर निवेदिता विश्वविद्यालय, कोलकाता ) ने प्रशिक्षण दिया। राजकुमार, विशाल, पुष्कर, अदिति, रोहन, रामचन्द्र, बिनीता, प्रतीक्षा, प्रांजलि, श्रुति, अमन, धर्मेन्द्र ब्रजेश, आयुषी, दीप्ति, सृजन, निकिता, निखिल, आदित्य, प्रवीण, शिवम, मोहित, सौम्या, सिद्धांत, राहुल, सर्वोत्तम, दीक्षा, नीरज एवं श्रेया आदि ने फ़िल्म निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रणाम-पत्र वितरण वसु पाठक, मुरार जी त्रिपाठी ने किया। कार्यशाला का संचालन उत्कर्ष उपेन्द्र सहस्रबुद्धे एवं अर्चना निगम ने किया।