देश हित में अपनी बौद्धिक संपदा को सुरक्षित रखने की कानूनी जानकारी जरूरी: यासिर अब्बास जैदी
आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग तथा महाविद्यालय आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में कोलकाता स्थित ऑफिस आफ कंट्रोलर जनरल पेटेंट्स, डिजाइन एंड ट्रेडमार्कस के द्वारा भारत सरकार के वाणिज्य तथा उद्योग विभाग के सहयोग से बौद्धिक संपदा अधिकार अर्थात इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर) विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑनलाइन कार्यक्रम भारत सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव- क्रिएटिव, इन्नोवेटिव इंडिया के तहत आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि वेबैक्स एप के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में अतिथि वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए वाणिज्य मंत्रालय द्वारा नियुक्त एग्जामिनर आफ पी एण्ड डी पीआईआईटी यासिर अब्बास जैदी ने बौद्धिक संपदा अधिकार को विभिन्न उदाहरणों के द्वारा रोचक ढंग से समझाते हुए कहा कि भारत एक प्राचीन देश है यहां की प्रतिभाएं देश हित में पेटेंट तथा कॉपीराइट कर अपनी बौद्धिक संपदा की सुरक्षा भारत सरकार के कोलकाता, मुंबई, चेन्नई एवं दिल्ली स्थित पेटेंट संस्थानों के माध्यम से कर सकते हैं।
मुख्य वक्ता जैदी ने ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत सरकार की राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन के तहत विभिन्न प्रकार की जानकारी देकर शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को आगाह किया। कार्यक्रम में रुचि लेते हुए बरेली मुरादाबाद परिक्षेत्र के अवकाश प्राप्त क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ आरपी यादव ने इस कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए सराहना की तथा विभिन्न प्रश्नों के माध्यम से कई जानकारियों से रूबरू कराया। प्रतिभागियों के समस्त प्रश्नों का बखूबी जवाब देते हुए यासिर अब्बास जैदी ने कार्यक्रम को रोचक बनाया।
इसके पूर्व महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने कार्यक्रम के अतिथि वक्ता यासिर अब्बास जैदी तथा देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिभागी शिक्षकों का स्वागत किया। प्राचार्य ने कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकारों की जानकारी से शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को अपेक्षित लाभ अवश्य प्राप्त होगा।
अंत में महाविद्यालय आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ डाली ने सभी प्रतिभागियों एवं मुख्य वक्ता का धन्यवाद ज्ञापित कर आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 59 विद्यार्थी एवं 75 शिक्षकों ने पंजीकरण कर प्रतिभाग किया तथा रुचि लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
कार्यक्रम में डॉ राकेश कुमार जायसवाल, बबीता यादव, डॉ अनिल कुमार, डॉ बरखा, डॉ सारिका शर्मा, शशि प्रभा, डॉ नीरज कुमार, डॉ सचिन कुमार, डॉ संजय कुमार, डॉ सरिता यादव, डॉ सतीश यादव, मिथिलेश कुमार एवं डॉ दिलीप कुमार आदि ने सहयोग प्रदान किया। संचालन प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव राठौर ने किया।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)