
मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एकीकृत मंडलीय कार्यालय परिसर निर्माण के प्रगति की समीक्षा बैठक।
एकीकृत मंडलीय कार्यालय शासन से स्वीकृत हो चुका है जिसके टेन्डर को जल्द जारी किया जायेगा।
33 महीने में एकीकृत कार्यालय का निर्माण किया जायेगा।
मंडलीय कार्यालय दो बेसमेंट के साथ जी+10 रूप में बनेगा।
रोहित सेठ

वाराणसी। मंडलायुक्त एस राजलिंगम की अध्यक्षता में कमिश्नरी परिसर में बनने वाले एकीकृत मंडलीय कार्यालय परिसर के निर्माण संबंधी प्रगति की समीक्षा की गयी। एकीकृत मंडलीय कार्यालय परिसर का निर्माण विकास प्राधिकरण द्वारा किया जाना है। मंडलायुक्त ने जल्द निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिये हैं।
विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग द्वारा पीपीटी के माध्यम से बनने वाले कमिश्नरी कंपाउंड के संबंध पूरी तैयारियों को मंडलायुक्त के समक्ष बताया गया। उन्होंने बताया की एकीकृत मंडलीय को शासन से स्वीकृति मिल चुकी है जिसके टेन्डर को अतिशीघ्र जारी किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। टेन्डर की विभिन्न शर्तों को मंडलायुक्त के समक्ष रखा गया जिसके संदर्भ में सभी ने अपनी राय रखी।
एकीकृत मंडलीय कार्यालय 33 महीने में दो बेसमेंट के साथ जी+10 रूप में बनेगा जिसमें कुल 59 विभागों के विभिन्न कार्यालय शामिल होंगे। एकीकृत मंडलीय कार्यालय के माध्यम से आम जनता से जुड़े सभी प्रमुख कार्यालय एक ही परिसर में संचालित होंगे। मंडल स्तरीय अधिकारियों का यह एकीकृत कार्यालय ऑडिटोरियम, वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम, पार्किंग, पेपरलेस वर्किंग आदि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसके बनने से जनता को काफी सुविधाएं होंगी। अपने काम के लिए उन्हें अलग-अलग दफ्तर नहीं जाना पड़ेगा। विभिन्न कार्यालयों के बीच बेहतर समन्वय हो सकेगा।
विकास प्राधिकरण द्वारा हरहुआ ब्लॉक में स्थित उंदी ताल विकसित करने हेतु बने मॉडल को प्रजेंट किया गया जिसमें फ्लोरा-फ़ना विकसित करने, अंडरग्राउंड वाटर रीचार्ज, कम्यूनिटी फैसिलिटी विकसित करने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये हैं।
बैठक में एडीएम प्रशासन विपिन कुमार, लोकनिर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, विकास प्राधिकरण समेत परियोजना से जुड़े विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।