अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा भगवान परशुराम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में चलाए जा रहे ग्रीष्मकालीन छात्रा व्यक्तित्व विकास शिविर में आज छात्राओं को आत्मरक्षा हेतु मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक राज्य स्तरीय ताईक्वांडो खिलाड़ी कुमारी प्रिया ने छात्राओं को मार्शल आर्ट के विभिन्न स्टैप्स से परिचित कराया। प्रिया ने छात्राओं को छात्राओं को न सिर्फ आत्मरक्षा के बारे में सिखाया बल्कि सड़क चलते किस तरह दूसरों की भी मदद करे उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।प्रशिक्षण में छात्राओं को पंच, किक, ब्लॉक, हाथ का छुड़ाना, बाल का छुड़ाना और किसी भी प्रकार की पकड़ से खुद को छुड़ाना आदि सुरक्षा के तमाम दांव पेंच भी सिखाये गए ।
कार्यक्रम संयोजक कु पायल ने कहा कि पढ़ने वाली छात्राओं के सामने विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न होने पर उनसे सुरक्षा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं की जब भी कभी लड़कियों के सामने विपरीत परिस्थितिया आती है, उस दौरान छात्राएं उसका मुकाबला करने में अपने को असहाय महसूस करती है। और इसी के चलते कई बार उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। छात्राओं के इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए विद्यार्थी परिषद ने मिशन साहसी कार्यक्रम चला कर छात्राओ को सशक्त एवं स्वावलंबी बनाने के लिए मार्शल आर्ट के प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम पूरे देश में किया था जिसके परिणाम स्वरूप आज कई राज्यों में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति चल रहा है।
सहसंयोजक एकता सक्सेना ने कहा कि कॉलेज आने जाने वाली लड़कियों को मनचले अब छेड़ने का दुस्साहस नहीं कर पायेंगें क्योकि छात्रा बहने अपनी रक्षा के लिए खुद तैयार हैं। इस कार्यक्रम के बाद छात्राओं को किसी की मदद की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। अब वे खुद ही राह चलते मनचलों को सबक सिखाने में सक्षम होंगी।
इस अवसर पर प्रान्तीय छात्रा सहप्रमुख रुचि द्विवेदी,कोमल मिश्रा,हर्ष मिश्रा,गोविंद शर्मा,अंजलि श्रीवास्तव,अलका शँखधार आदि ने सहयोग प्रदान किया।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)