पोस्टमार्टम में फांसी की पुष्टि, मोबाइल का डाटा खंगाल रही पुलिस
स्योहारा। ऑनलाइन गेम में करोड़ों रुपये का कर्ज होने पर वरुण कर्ज की दलदल में फंसता ही चला गया। जिसके बाद कर्ज और ब्याज के चक्रव्यूह को पार करने में नाकाम वरुण जिंदगी की जंग हार गया। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी की पुष्टि हुई है। पुलिस अब वरुण के मोबाइल का डाटा खंगाल रही है।

स्योहारा क्षेत्र के गांव शेरपुर काजमपुर निवासी वरुण (35) पुत्र तिलकराम चौहान का शव शुक्रवार की दोपहर मुरादाबाद के काजीपुरा स्थित उसके पानी के प्लांट में लटका मिला था। वरुण ने फांसी लगाने से पूर्व पत्नी के नाम एक सुसाइड नोट भी लिख कर अपनी जेब में रख लिया था। जिसमें उसने लिखा था कि अगर वह खत्म नहीं हुआ तो कुछ नहीं बचेगा। सुसाइड नोट में पुत्र व मां का ख्याल रखने की बात भी लिखी थी। वरुण लगभग चार साल से मुरादाबाद में ही पानी का प्लान्ट लगाकर पानी की आपूर्ति किया करता था। पत्नी के अनुसार वरुण ऑनलाइन गेम में बड़ी मात्रा में रुपये गंवा चुका था। शनिवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ तौर पर हेगिंग आया है। फिर भी पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है। पुलिस वरुण के मोबाइल का डाटा भी खंगाल रही है।

साहूकारों के चक्रवृद्धि ब्याज के चलते गंवा दी अपनी बीस बीघा जमीन

ऑनलाइन गेम में कर्ज होने पर शुरू में वरुण से पड़ोसी गांव के कुछ साहूकारों से ब्याज पर कर्ज लिया था। सूत्रों के अनुसार रुपए के बदले वरुण खुद अपने खर्च पर साहूकारों के नाम बैनामा करता था। ब्याज पर ब्याज की रकम बढ़ने के बाद कर्ज की रकम बढ़ती चली गयी। रकम अधिक बढ़ जाने पर वरुण को अपनी जमीन ओने पौने दाम पर बेचनी पड़ी थी। फरवरी माह में वरुण ने बची हुई जमीन का बैनामा कर साहूकारों का कर्ज भी उतारा था।

मां के नाम पर दर्ज बीस बीघा जमीन भी बेचना चाहता था वरुण

पिता तिलक राम की मौत के बाद बीस बीघा जमीन वरुण के नाम पर व बीस बीघा मां मिथलेश देवी के नाम पर चढ़ गयी थी। वरुण अपनी जमीन बेचने के बाद मां के नाम दर्ज जमीन भी बिकवाना चाहता था लेकिन मां ने जमीन बेचने से मना कर दिया था। मिथलेश देवी ने अपने पौत्र समर प्रताप को देने की बात कही थी। बताया जा रहा है कि कर्ज होने के कारण वरुण परेशान रहता था। प्रतिदिन गांव से ही मुरादाबाद आना जाना करता था। घटना से तीन दिन पूर्व ही वरुण अपनी पत्नी नीरा व पुत्र समर प्रताप (10) को अपनी ससुराल अमरोहा छोड़ कर आया था। कर्ज से परेशान वरुण शायद घटना का ताना बाना पहले ही बुन चुका था।

By admin_kamish

बहुआयामी राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष

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