संवाददाता विशाल सिंह ब्यूरो चीफ सैदपुर
गई थी और उसे आत्महत्या का रूप दे दिया गया था। लेकिन आज पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस बात का खुलासा हुआ तो पुलिस के भी पैरों तले जमीन खिसक गई। जिसके बाद पुलिस ने परिजनों की तहरीर के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।

मूलतः भुजहुआं निवासी 45 वर्षीय राजेश सिंह बीते एक साल पूर्व अयोध्या गए और वहां पर रानोपाली चौकी क्षेत्र के चूड़ामणि चौराहे के पास ज्ञानेश्वर श्रीवास्तव के मकान में किराए पर रहते थे और एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। शनिवार को उनकी खून से लथपथ लाश उनके कमरे में मिली थी। उनके हाथ की नस कटी हुई थी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने घटना को आत्महत्या मानते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। जबकि परिजन लगातार हत्या की आशंका जता रहे थे। इसके बाद सोमवार की सुबह 10 बजे पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जब पुलिस ने मौत का कारण देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। रिपोर्ट में पता चला कि अधेड़ की मौत नस कटने पर अधिक खून बहने से नहीं बल्कि पहले उसकी गला दबाकर हत्या की गई और फिर उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके हाथ की नस काट दी गई, ताकि पुलिस व परिजनों को ये आत्महत्या लगे। इस चौंकाने वाले रिपोर्ट के आने के बाद परिजनों की आशंका पूरी तरह से सच साबित हुई और पुलिस ने भी अब हत्या की धारा जोड़ जांच शुरू कर दी है और कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है। इस बाबत मृतक के भतीजे फुलवारी गांव निवासी विशाल सिंह ने बताया कि हम शुरू से ही कह रहे हैं कि उनकी हत्या की गई है। लेकिन पुलिस इसे आत्महत्या का रूप देने पर तुली थी लेकिन अब सच्चाई सामने आ गई है।