🖊️वाराणसी से प्रियंका पटेल
कहते हैं आतंक के कई रूप होते हैं जरूरी नहीं कि सीधे हमला कर घायल कर दिया जाए, लोगों को लूटना भी आतंक का पर्याय है..
बात करते हैं मोदी जी की संसदीय क्षेत्र वाराणसी की कैंट रेलवे स्टेशन जहां वेंडरों के आतंक से यात्री परेशान है मिलावट भरी सामान तो छोड़ो खाली बोतल में गंदी पानी और फिर पैकिंग कर उसको नई बोतल की रेट में बेच दिया जाता है सबसे बड़ी बात है किसके सह पर यह वेंडर कैंट रेलवे स्टेशन पर अपनी जमीनदारी जमा बैठे हैं विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक सिविल में 30 से 40 की संख्या में वेंडर प्रतिदिन पानी चना चाय की सप्लाई करते हैं !
साल भर पहले आए सिंह साहब दरोगा और इंस्पेक्टर की रहमो करम पर होती है वसूली
भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा जहां मोदी योगी भरपूर प्रयास कर रहे हैं वहीं सरकारी नुमाइंदे धन उगाही कर सरकार को बदनाम कर रहे हैं वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर प्रति वेंडर ₹5000 महीने की वसूली की जाती है तथा महीने की एक से डेढ़ लाख रुपए की लगभग जिम्मेदार कौन और किस के सह पर यह संचालन हो रहा है यह आम आदमी भी समझता है लेकिन दूरदराज से आए यात्री तीर्थ धाम के लिए अपने मन में एक सुंदर भाव के साथ काशी आगमन बाबा विश्वनाथ का दर्शन के लिए आते हैं प्रथम द्वार स्टेशन पर ही उनके साथ वेंडरों द्वारा दुर्व्यवहार व छल किया जाता है जिसके बाद उनके मन व्यथित हो जाता है आखिर यह अधिकारी जो लूट के संरक्षक हैं इन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती ऊपर बैठे आला अधिकारियों को क्या इनके बारे में कोई संज्ञान नहीं होता या वह भी इस वसूली के भागीदार होते हैं गाहे-बगाहे वेंडरों की लूटपाट की कहानी भी सुनने को मिलती है वहां उपस्थित बड़का अखबार के पत्रकार भी 100/ ₹200 प्रति वेंडर वसूली कर जीवन यापन कर रहे हैं जो अधिकारियों के सहयोगी बन बैठे हैं फिर सब ठीक-ठाक है तौर पर लूटपाट का संचालन जारी है !!