युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र बदायूं द्वारा संचालित नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत गंगा दूतों के तृतीय बैच के प्रशिक्षण शिविर का आज कृषि विज्ञान केंद्र उझानी के सभागार में समापन किया गया। इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षित युवाओं को गंगा महाआरती कछला के संस्थापक सदस्य वरिष्ठ युवा समाजसेवी किशन चंद शर्मा और जिला युवा अधिकारी डॉ दिनेश यादव ने प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

प्रमाण पत्र वितरण समारोह में युवाओं को संबोधित करते हुए किशन चंद शर्मा ने कहा कि मां गंगा नदी ही नहीं बल्कि हम सबकी जीवन दायिनी है, इससे हमे जल, वृक्ष, औषधि, और विभिन्न प्रकार के खनिज लवण प्राप्त होते हैं जो जीवन जीने के लिए परम आवश्यक हैं, अतः हम सबका दायित्व है इसे प्रदूषित होने से बचाएं। उन्होने कहा कि हम सबके संयुक्त प्रयास से ही गंगा को निर्मल और अविरल बनाया जा सकेगा। अतः आइए सब मिलकर गंगा को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लें, अगर गंगा अविरल होंगी तो हमारा जीवन निर्मल होगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधारणा और उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए जिला युवा अधिकारी डॉ दिनेश यादव ने बताया कि जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से बदायूं जनपद के पांच विकास खंडों में नमामि गंगे परियोजना संचालित है इन विकास खंडों के 67 ग्रामों के 670 युवाओं को प्रशिक्षित कर इन्हें जागरुकता कार्यों में लगाया जाएगा, जो गंगा को निर्मल और अविरल बनाने हेतु जनता को जागरुक करेंगे। उन्होंने बताया कि अब तक 670 के सापेक्ष 150 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, शेष प्रशिक्षण अनवरत आयोजित होंगे।

समारोह को प्रमुख रूप से अनुज प्रताप सिंह डीपीओ नमामि गंगे, देवेंद्र कुमार गंगवार प्रमुख प्रशिक्षक, अशोक कुमार तोमर प्रमुख प्रशिक्षक, रवेंद्र पाल सिंह, भुवनेश कुमार शर्मा, ऋषभ सिंह, मनीष कुमार और कमलेश कुमारी ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र कुमार गंगवार एवं अतिथियों का आभार अनुज प्रताप सिंह ने किया। अंत में सभी प्रशिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)

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