सदा-ए-मोबीन ❤️✍️ ऐ संडीला के गाज़ी भाइयों…
सैय्यद सालार गाज़ी रह. साहू सालार गाज़ी के बेटे व महमूद गजनवी के नाती थे!
गद्दी (गाज़ी) बिरादरी (कबीले) के लोग सैनिक व सिपहसालार (छोटी-छोटी टुकड़ियों के) के रूप में आडंबर और अन्याय को खत्म करने के लिए यहां आए थे!
हजरत ख्वाजा गरीब नवाज रह. के साथ जो चंद लोग आए थे उसमें भी इस कबीले के लोग थे, फिर लगभग सभी सेनाओं में इस कबीले के सिपाही रहे, कहीं-कहीं जागीरें देकर जमीदारी भी दी गई और भी उच्च पद दिए गए!
सैय्यद सालार मसूद गाज़ी को सुहेलदेव के नेतृत्व में लगभग 25 स्थानीय राजाओं की संयुक्त सेनाओं से युद्ध करना पड़ा, युद्ध में जीत के बाद उन्हें गाज़ी का लक़ब मिला, फिर उन्हें धोखे से शहीद कर दिया गया इसीलिए वह गाज़ी भी हैं और अल्लाह की राह में जान न्योछावर करने वाले शहीद भी!
उ.प्र. में गाज़ी साहब को शहीद करने वाले राजा की पूजा करने वाले लोगों ने सुहेलदेव समाज पार्टी का गठन किया, 2017 में बीजेपी से गठबंधन करके चुनाव जीतकर मंत्री भी बन गए, उनके कुछ व्यक्तिगत काम न हो पाने की वजह से उन्हें बीजेपी से अलग कर दिया गया, उसके बाद भी वह बीजेपी के साथ जाने को लालायित थे, लेकिन बीजेपी ने मना कर दिया! थोड़े दिन ओवैसी ने राजनीतिक गलती करके उनको हाईलाइट करने में अहम भूमिका निभाई!
बाद में वह समाजवादी पार्टी की गोद में बैठ गए!
अब जिसकी स्थापना ही गाज़ी या मुसलमानों के खिलाफ हुई हो तो उसकी सोच और नीतियां भी खिलाफ ही होंगी, जो जन्मजात हमारा विरोधी है वह कभी दिल से हमारा नहीं हो सकता!
कुछ समय के लिए वह बीजेपी के खिलाफ बोल कर मुसलमानों को खुश करके उनका वोट ले लेगा फिर अपने व्यक्तिगत काम करवाएगा!
हमें कहीं से इसारा मिला है सुहेलदेव समाज पार्टी संडीला से सपा के गठबंधन से अपना प्रत्याशी उतारेगी!
और वहां आरख बिरादरी के लगभग 30,000 वोट हैं जिन्हें अपना बताकर लगभग 50,000 गद्दी (गाजी) बिरादरी के वोट और लगभग 80,000 अन्य मुसलमानों के वोट लेने की कोशिश करेगा!
संडीला के गद्दी (गाज़ी) भाइयों का योगदान सदा देश को मजबूत करने में रहा है, चाहे वह दुग्ध उत्पादन हो या स्वतंत्रता संग्राम यहां के गद्दियों के बारे में अंग्रेजों ने भी लिखा है, अंग्रेजों के हाथ पांव फूल जाते थे गद्दियों से सामना करने में, आज भी सैकड़ों जवान देश सेवा कर रहे हैं!
परंतु आपसी फूट और सियासी बेवकूफी व अपने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण आज तक इतनी संख्या के बावजूद भी कोई गद्दी संडीला से विधायक नहीं बन पाया बल्कि अपने असली दुश्मनों के ही हाथ मजबूत करते रहे हैं!
कहीं यही बेवकूफी 2022 में भी सुहेलदेव समाज पार्टी को जिता कर न कर बैठें!
मेरे गद्दी भाइयों जो हमारा विरोधी है हर हाल में हमें उसका विरोध करना है और किसी कीमत पर उसे वोट नहीं देना है यह मुसलमानों के खिलाफ है इसकी सोच अल्लाह के नाम पर शहीद होने वाले के खिलाफ!
संडीला ही नहीं जहां से भी इस पार्टी का उम्मीदवार लड़े वहां कोई मुसलमान इसे वोट न दे!
इसे जिताने के लिए समाजवादी पार्टी के खरीदे हुए स्वार्थी लोग भी आएंगे, गद्दी समाज के लोग भी आ सकते हैं जो तरह-तरह के लालच दे सकते हैं और इन्हें अपना हमदर्द बताएंगे, लेकिन मैंने सच्चाई से अवगत करा दिया है, तुम्हें उनको भी मुंह तोड़ जवाब देकर संडीला से हर हाल में सुहेलदेव समाज पार्टी को हराना है!
एकजुट होकर किसी भी अच्छे आदमी को वोट दें यदि कोई ठीक ना हो तो भले ही नोटा दबा दें लेकिन जिनकी सोच हमारे खिलाफ है ऐसे दुश्मनों के हाथ मजबूत न करना!
व्यक्तिगत स्वार्थ कौम को बर्बाद कर देता है जिससे बचें!
लेखक— मोबीन गाज़ी कस्तवी