श्री शिव महापुराण कथा का चतुर्थ दिवस।

श्री शिव शक्ति आध्यात्मिक सेवा संस्थान द्वारा सावन के पवित्र माह में श्री शिव महापुराण की महाकथा का भव्य आयोजन श्री ठाकुर जी महाराज मंदिर शिवालय मोहल्ला चौबे में चल रहा है। शिव महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस् मे कथा प्रवक्ता पं शारदा प्रसाद तिवारी ने भगवान शिव के नीलकंठ स्वरुप की महिमा गान करते हुए सुनाया कि जब देवता और असुरों ने समुद्र मंथन किया था तब मंथन करते समय हलाहल विष निकला। हलाहल विष के प्रकोप से सम्पूर्ण संसार जल उठा। तब भगवान शंकर ने हलाहल विष को अपने कंठ में धारण कर लिया तभी से भोलेनाथ नीलकंठ महादेव कहलाये। भगवान शंकर ने हलाहल विष को अपने कंठ में धारण कर सम्पूर्ण विश्व की रक्षा की।

उन्होंने बताया कि भगवान शिव का पूजन करने से समस्त देवी देवताओं का पूजन हो जाता है। भगवान शिव में भगवान ब्रह्मा,भगवान विष्णु एवं भगवान शंकर तीनों समाहित है।
शिव पुराण की महिमा का बखान करते हुए कथा प्रवक्ता पंडित शारदा प्रसाद तिवारी ने कहा कि सावन माह
में भगवान शिव को धतूरा, भांग एवं आक के फूल अवश्य अर्पित करने चाहिए। इन चीजों को भगवान शिव पर अर्पित करने से भगवान शिव भक्त की कामनाओं की पूर्ती करते हैं।उन्होंने भगवान शिव की महिमा का गान करते हुए भक्तों को भाव विभोर कर दिया। श्री शिव शक्ति आध्यात्मिक सेवा संस्थान के निदेशक पं अमन मयंक शर्मा एवं सचिव पं गौरव पाठक ने बताया कि कथा उपरान्त शिवालय में उपस्थित शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया गया। उसके उपरान्त आरती एवं प्रसाद का वितरण किया गया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक शेखुपुर धर्मेंद्र शाक्य उर्फ़ पप्पू भैया, दिनेश चंद्र शर्मा,मुरली मनोहर शर्मा,अशोक गुप्ता, गीता शर्मा, अंजलि मिश्रा, चर्चा पाठक,सोमनाथ पाठक,नरेश उपाध्याय,सुरेंद्र मिश्रा, रितेश उपाध्याय,अजीत शंखधार,राजू शर्मा,संतोष शर्मा,राधा गुप्ता,अभिषेक शर्मा, आदि भक्तगण उपस्थित रहे।

✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)

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