शहर के शोर मे वीरानियाँ है,यहाँ तुम हो मगर तनहाइयां है*उन्ही आखों को चश्मे की कहीं ज्यादा जरूरत है, जिन्हें मां-बाप का टूटा हुआ चश्मा नहीं दिखता
रिपोर्ट -मोहम्मद आमिर आज दिनांक 23 अक्टूबर मोहम्मदी खीरी, नगर पालिका परिषद के माध्यम से मेला श्री रामलीला मे मेले के अंतिम दिन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया…