मुरारी यादव बाराबंकी जिला संवाददाता

बाराबंकी महर्षि विद्या मंदिर बाराबंकी में मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष मोक्षदा एकादशी दिन शनिवार 03/12/ 2022 को गीता जयंती का कार्यक्रम मनाया गया ।

विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार श्रीवास्तव वरिष्ठ शिक्षिका अलका श्रीवास्तव के द्वारा गीता का महत्व बच्चों को बताया गया गीता परम ब्रह्म परमात्मा का गीत है, जो आज से लगभग 5100, वर्ष पूर्व महाभारत काल के कुरुक्षेत्र के युद्ध में पुरुषोत्तम श्रीकृष्ण के श्रीमुख से निकला जिसका श्रवण पान अर्जुन ने किया गीता समस्त धर्म उपनिषद वह वेदों का सार है गीता में 18 अध्याय 700 श्लोक समाहित हैं, इसमें कर्मयोग ज्ञानयोग भक्तियोग का महान संगम है, जिसके श्रवण, वाचन व अनुसरण से व्यक्ति अपना उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर अपने जीवन को सुखी व साकार बना सकता है।

इस अवसर पर पूजन का कार्य पंडित ओमकारनाथ पांडे के द्वारा करवाया गया तथा उन्होंने सामूहिक ध्यान भावातीत का अर्थ बच्चों वा उपस्थित गणमान्य लोगों को बताया जिसके प्रयोग से व्यक्ति का सर्वांगीण विकास संभव है, जो गीता के ज्ञान पर आधारित है आज इस विशेष दिवस पर कक्षा 1 व कक्षा 2 के बच्चों द्वारा शिक्षिका महिमा श्रीवास्तव व राधा सिंह के देखरेख में डेंगू से बचाव के उपाय पर लघु नाटिका प्रस्तुत की गई नाटिका के माध्यम से उपस्थित छात्र-छात्राओं व अभिभावकों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक किया गया, जिससे इस जानलेवा बीमारी से स्वयं को वा समाज को सुरक्षित किया जा सके उपस्थित अभिभावकों ने बच्चों के कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की और विद्यालय को धन्यवाद दिया

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