रिपोर्ट:राजमुनी(चित्रकूट)
यूपी सरकार जहाँ अपनी योजनाओं को जमीनी स्तर पर उताकर लोगों तक हर सम्भव पहुंचाने में जुटी हुई हैं, वहीं विभागीय अधिकारियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पुष्टाहार गटक लिया जा रहा है।किसी को मिल भी रहा है तो नाममात्र का।अब सवाल ये उठता है कि ऐसे ही विभागीय अधिकारियों और आंगनवाड़ियों की मिली भगत चलती रही तो महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम सिर्फ कागजों और अधिकारियों तक ही सीमित रह जायेगी।
मामला उत्तर प्रदेश के जनपद चित्रकूट के विकास खण्ड मऊ अंतर्गत ग्राम चन्दई का है जहां पर समुहकार्यकत्री सुमन देवी, ललिता देवी और अनिल कुमार पदाधिकारी है ।वही इनके पास 90 गर्भवती और 80 और पात्रों का पुष्टाहार आता है परंतु इनकी मिली भगत से लगभग 60 लाभार्थियों को ही योजना का लाभ आंशिक रूप से मिल पाता है,जबकि बाकी पुष्टाहार इनकी मिली भगत से गटक लिया जाता है।वहीं योजना के लिए पात्र महिलाएं जो योजना से वंचित हैं, ने इसके खिलाफ आवाज उठाया और कहा उन्हें हर हाल में उनका लाभ उन्हें मिलना चाहिए।