बरेली । बदायूं/उत्तर प्रदेश : अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर एक बार फिर अधिवक्ता सड़क पर आ गए। उन्होंने कलेक्ट्रेट के सामने चक्का जाम कर दिया और डीएम का पुतला फूंककर जमकर नारेबाजी की। यह नौबत तब आई जब अधिवक्ता ज्ञापन देने को लेकर डीएम और अधिवक्ताओं के बीच ठन गई। इसके बाद जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन चला । बाद में डीएम ने गेट पर आकर ज्ञापन लिया है। बार काउंसिल के आवाहन पर जिला मुख्यालय पर मंगलवार दोपहर 11 बजे वकील सड़क पर आ गए और कलेक्ट्रेट के सामने सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन करने लगे। वकीलों द्वारा सुरक्षा सम्बन्धी एक्ट पारित न किए जाने को लेकर पहले भी कई बार जाम लगाकर प्रदर्शन किया जा चुका है। मंगलवार को मांग को लेकर एक बार फिर भारी तादात में वकील सड़क पर आ गए और रोड जामकर प्रदर्शन करने लगे। सूचना मिलते ही नगर मजिस्ट्रेट ब्रजेश कुमार सिंह, सीओ सिटी आलोक मिश्रा तथा भारी तादात में पुलिस फोर्स मौके पर आ गया। वकीलों ने नगर मजिस्ट्रेट व सीओ को लौटा दिया और डीएम को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। अधिवक्ताओं का कहना था कि वह ज्ञापन देने गए तो डीएम गेट के बाहर ज्ञापन लेने नहीं आए। दो घंटे तक यातायात बंद रहा और विरोध प्रदर्शन चला। अधिवक्ताओं ने डीएम का पुतला फूंका और विरोध कर रहे थे। इसी बीच एसएसपी डा0 ओपी सिंह आ गए और अधिवक्ताओं से वार्ता कर शांत किया और डीएम के साथ ज्ञापन लिया तब जाकर अधिवक्ताओं का आक्रोश शांत हुआ।

आनन-फानन में रूटडायर्वजन किया गया लागू : शहर के कचहरी तिराहा पर अधिवक्ताओं ने अचानक 11 बजे जाम लगा दिया। इसके बाद एक बजे तक जाम के हालात रहे। अधिवक्ताओं ने जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया तो पीएसी सहित दो थानों की पुलिस फोर्स को लगाना पड़ा। यहां जाम में वाहन फंसे तो अधिकारियों को आनन फानन में लालपुल से कचहरी तिराहा मार्ग का यातायात कोतवाली मार्ग पर लोटनपुरा होते हुए निकाला। वहीं जिला अस्पताल मार्ग को ब्लाक किया गया वहीं पुलिस लाइन चौराहा से ट्रैफिक को बंद किया गया।

✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)

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