रिपोर्ट: नसीम अहमद मंडल मीडिया प्रभारी मुरादाबाद

बिजनौर बढ़ापुर। बारिश के चलते रात के समय एक गरीब विधवा व बेसहारा महिला के कच्चे मकान की छत गिरने से महिला और उसके तीन नाबालिग बच्चों की जान बाल-बाल बच गई।
स्थानीय मुहल्ला ठाकुरान में स्वर्गीय उदय सिंह की विधवा पत्नी प्रमिला देवी अपने तीन बच्चों के साथ पुराने जर्जर व कच्चे मकान में रहती है। बारिश के चलते गुरुवार की रात को उसके मकान की छत अचानक भरभरा कर गिर गई। मात्र 30 गज मे बना उसका कच्चा मकान है।घटना के समय वह अपने इस मकान मे ही तीनों बच्चों संग सो रही थी। सोते समय छत की कड़ी और मलबा पास में खाली पड़े तखत पर गिरते है उसकी व बच्चों की डर के कारण चीख निकल गई। चीख सुनकर पड़ोसियों ने उन्हें घर से बाहर निकाला। प्रमिला देवी का कहना है कि घटना के दौरान उसकी और तीनों बच्चों की जान बाल- बाल बची है।


विधवा प्रमिला बताती है कि 12 वर्ष पूर्व उसके पति की मृत्यु हो चुकी है।वह बहुत गरीब एवं बेसहारा है। घरों में झाड़ू पोंछा करके दो बेटियों की शादी कर चुकी है। अब तीन नाबालिग बेटे उसके साथ उसके कच्चे व जर्जर मकान में रहते हैं।झाड़ू पोंछा करके उसे जो आमदनी प्राप्त होती है उन रुपयों से ही वह अपने बच्चों को पढ़ाने -लिखाने के साथ उनका पालन पोषण करती है। गरीबी के चलते उसके पास इतने रुपए नहीं है कि वह अपने कच्चे व जर्जर मकान की मरम्मत ही करा सकें। बेसहारा प्रमिला का कहना है कि उसने कई बार प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत अपना मकान बनाने के लिए आवेदन किया था मगर उसे गरीब व बेसहारा होने के बाद भी गरीबों के लिए बनी प्रधानमंत्री की इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उसके मकान की छत गिरने से अब वह गरीब और विधवा होने के साथ-साथ बेघर भी हो चुकी है।

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