संवाददाता:- मोहम्मद फैज़ान
शेरकोट,,गांव उमरपुर आशा के जंगल में शनिवार को मादा गुलदार का शव मिलने से वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी मृतक गुलदार के शव को वन रेंज कार्यालय ले गए।अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही गुलदार की मौत का सही कारण पता चल पाएगा।
गांव उमरपुर आशा के ग्रामीणों कृष्ण कुमार, रामपाल सिंह, रामनाथ सिंह, दुष्यंत कुमार, केके कौशिक आदि ने बताया कि शनिवार को जब वे जंगल में काम करने को गए थे तो उन्हें श्मशान की जमीन के पास एक गुलदार का शव दिखाई दिया। पहले तो वह डर गए। फिर काफी देर तक छिपकर देखते रहे कि गुलदार कहीं उनके ऊपर हमला न कर दे। लेकिन जब वह काफी देर तक हरकत में नहीं आया तो उन्होंने डेले फेंक कर गुलदार की हरकत को जानने का प्रयास किया।
वहीं, काफी देर तक जब गुलदार ने कोई चहलकदमी नहीं की तो उन्होंने पास जाकर देखा। इसके बाद पता चला कि गुलदार मरा पड़ा है। उसके गला खून से सना है। उन्होंने तत्काल घटना की सूचना वन विभाग के रेंजर गोविंद राम गंगवार को दी। कुछ ही देर बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और गुलदार के शव को कब्जे लेकर वन रेंज कार्यालय ले गए।
इस दौरान रेंजर ने घटना से अधिकारियों को अवगत कराया दिया गया। डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। जिससे गुलदार के मौत के कारणों का सही पता लग सकेगा। अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि जैसे गुलदार का आपस में संघर्ष हुआ हो और मादा गुलदार की संघर्ष के चलते मौत हुई हो गई। मृतक गुलदार की आयु करीब एक साल की लग रही है।
वहीं, काफी देर तक जब गुलदार ने कोई चहलकदमी नहीं की तो उन्होंने पास जाकर देखा। इसके बाद पता चला कि गुलदार मरा पड़ा है। उसके गला खून से सना है। उन्होंने तत्काल घटना की सूचना वन विभाग के रेंजर गोविंद राम गंगवार को दी। कुछ ही देर बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और गुलदार के शव को कब्जे लेकर वन रेंज कार्यालय ले गए।
इस दौरान रेंजर ने घटना से अधिकारियों को अवगत कराया दिया गया। डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। जिससे गुलदार के मौत के कारणों का सही पता लग सकेगा।