लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों की आनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में नाकाम 327 खंड शिक्षाधिकारियों (बीईओ) पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। यहां सभी विद्यालयों के शिक्षक इस व्यवस्था का बहिष्कार कर रहे हैं। कुल 826 ब्लाकों में से जिन 499 ब्लाक के परिषदीय स्कूलों में आनलाइन उपस्थिति दर्ज की जा रही है, उनकी स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। यहां भी बड़ी संख्या में शिक्षक आनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे। विद्यालयों में टैबलेट भिजवाए गए थे और 15 फरवरी से सभी शिक्षकों को इसके माध्यम से ही उपस्थिति दर्ज करनी थी।
फिलहाल महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को पत्र लिखकर सख्त नाराजगी जताई गई है। स्कूलों में टैबलेट पहुंच जाने के बावजूद शिक्षकों द्वारा आदेशों का पालन न करने पर वेतन रोकने की चेतावनी दी गई है। 327 ब्लाकों के बीईओ से इस पर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। जिन जिलों में यह व्यवस्था सुचारु ढंग से लागू नहीं हो पा रही है, वहां बीएसए का आगे वेतन रोकने की चेतावनी भी दी गई है।
वहीं बीईओ को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वह विद्यालयों का भ्रमण करें और हर हाल में इस व्यवस्था को लागू कराएं, वरना वेतन रोकने के साथ-साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। मालूम हो कि 1.34 लाख परिषदीय स्कूलों में 1.96 करोड़ विद्यार्थी पढ़ते हैं।
प्रत्येक स्कूल में एक-एक और कुछ विद्यालयों में दो-दो टैबलेट छात्रों की आनलाइन उपस्थिति और मिड डे मील खाने वाले विद्यार्थियों की संख्या आनलाइन भेजने के लिए दिए गए हैं, ताकि प्रदेश स्तर पर रियल टाइम मानीटरिंग हो सके। तमाम निर्देशों के बावजूद शिक्षक विभाग की ओर से टैबलेट के लिए सिम न दिए जाने सहित अन्य तकनीकी कारण बताकर इसका बहिष्कार कर रहे हैं।