रिपोर्ट: रोहित सेठ
वाराणसी:- वाराणसी महानगर के रामकटोरा, लहुराबीर के महामना मालवीय सभागार में विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर के जनसंपर्क अधिकारी कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक के प्रमुख संयोजन/संचालन में वहां के कुलपति डॉ. संभाजी राजाराम बाविस्कर ने वैश्विक हिन्दी महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र विजयानन्द के अध्यक्षता में काशी सेवा समिति के सभापति डॉ.राम अवतार पाण्डेय एडवोकेट के प्रमुख संरक्षण में मानव समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को हिन्दी – साहित्य शिरोमणि,विद्यासागर एवं विद्या- वाचस्पति विशेष मानद सम्मान – डाक्ट्रेट मानद उपाधि समतुल्य भेंट करके विशेष रूप से सम्मानित किया जिसका संचालन कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक ने किया | उक्त आयोजन में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, कत्थक नृत्य, शास्त्रीय गायन से श्रोता हुए मंत्रमुग्ध |

विद्या – वाचस्पति विशेष मानद सम्मान चक्रवर्ती विजय नावड, हरिओम प्रताप यादव, इंजीनियर सुरेन्द्र प्रताप, शैलेन्द्र सचान, शशि प्रभा सचान, विजयकांत सचान, सरिता वैश्य, अमरेन्द्र तिवारी, संजय कुमार दूबे, राजेन्द्र गुप्त बावरा, सुनीता अग्रवाल, डॉ. रामजी गुप्ता धीरज, पारुल राज, डॉ.रितू अग्रवाल, राजेश शंकर श्रीवास्तव, आनन्द साहू, अजीत सिंह,श्रेष्ठा आर्या, चंद्रशेखर अग्रवाल, कल्कि महाराज, जसप्रीत कौर, सूर्य प्रकाश सिंह रघुवंशी,अनुज कुमार दूबे, सच्चिदानन्द तिवारी शलभ, कवि अवध बिहारी अवध सहित अनेकों लोगों को मंचीय एवं आनलाईन विशेष मानद सम्मान भेंट किया गया |
मुख्य अतिथि डॉ.संभाजी राजाराम बाविस्कर -कुलपति -विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ ने कहा कि हिन्दी की बिंदी हम सब ना बिगाड़ें संसार की सबसे शुद्ध आचार, विचार, संस्कार के साथ संस्कृत और हिन्दी को अहिंदी भाषी क्षेत्रों के अनेकों लोगों द्वारा अपनाया जा रहा है | हम सब हिन्दी भाषी अपनी मातृभाषा से दूर हो रहें हैं
स्वागत संबोधन संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के डॉ.हरिप्रसाद अधिकारी डॉ.सुनीता अग्रवाल, डॉ.पवन कुमार सिंह एडवोकेट,कवि चिंतित बनारसी धन्यवाद आभार चक्रवर्ती विजय नावड, डॉ. सिद्धनाथ शर्मा सिद्ध, डॉ.सुख मंगल सिंह मंगल ने संयुक्त रूप से किया ||