रिपोर्ट: राजेश गुप्ता
🔵आईआईवीआर में कृषि ड्रोन से किये जा रहे विभिन्न शोध, एकत्र किए जा रहे डाटा।
वाराणसी-रोहनिया। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान द्वारा कृषि ड्रोन परियोजना के अन्तर्गत ड्रोन के माध्यम से चंदापुर गांव में गुरुवार को नैनो यूरिया का छिड़काव गेहूँ एवं चना के लगभग 1.25 हेक्टेयर भूमि पर किया गया। संस्थान के निदेशक डा. तुषार कान्ति बेहरा के मार्गदर्शन में ड्रोन विशेषज्ञ डा. अनन्त बहादुर एवं डा. गोबिन्द पाल ने ड्रोन से उर्वरक छिड़काव का प्रदर्शन अराजी लाइन ब्लाक के चन्दापुर गाँव में सफलतापूर्वक किया गया। संस्थान प्रधान वैज्ञानिक एवं विभागाध्यक्ष डॉ अनन्त बहादुर ने गाँव के किसानों को ड्रोन परियोजना एवं इससे होने वाले लाभ के बारे में किसानों को जागरूक किया। अन्य प्रधान वैज्ञानिक डा. गोविन्द पाल ने किसानों के खेत पर ड्रोन का संचालन एवं सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया।
भारत सरकार को कृषि-ड्रोन परियोजना के अन्तर्गत दो ड्रोन के माध्यम से भविष्य में किसानों के खेत पर उर्वरक एवं दवाओं का छिड़काव किया जाएगा। इस तकनीक से कम समय में ज्यादा क्षेत्रफल पर कम लागत मे को प्रभावी ढंग से उर्वरकों एवं दवाओं का छिड़काव किया जा सकता है। ड्रोन के संचालन में संस्थान के अनिल सुमन, अनीष कुमार सिंह एवं शेखर सिंह ने भी सहयोग दिया।