धर्मेन्द्र कसौधन(ब्यूरो, उत्तर प्रदेश) : प्रदेश के विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में बीए, बीएससी व बी कॉम में ग्रेडिंग प्रणाली लागू कर दी गई है। बुधवार को उच्च शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। ग्रेस अंक नहीं दिए जाएंगे।
प्रणाली यूजीसी के दिशानिर्देशों पर आधारित है। ये ग्रेडिंग प्रणाली पहले तीन वर्षों के लिए लागू होगी। इसमें शून्य से लेकर 10 अंक तक दिए जाएंगे। पांच अंक पाने वाले औसत की श्रेणी में शामिल होंगे। मुख्य व माइनर विषयों में उत्तीर्ण प्रतिशत 33 ही होगा। छह सह पाठ्यक्रम कोर्सों व तीसरे वर्ष में लघु शोध केवल अर्हता के लिए है और न्यूनतम उत्तीर्णांक 40 फीसदी होगा। चार कौशल विकास कोर्सों में भी उत्तीर्णांक 40 फीसदी होगा। 60 अंकों का प्रैक्टिकल मूल्यांकन होगा।
ग्रेडिंग प्रणाली में 33 अंक लानाअनिवार्य
प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय और पीजी कॉलेज में ग्रेडिंग प्रणाली के तहत सभी विषयों के सभी तरह के पेपरों में अधिकतम 100 में से प्राप्तांकों की गणना 25 अंक सतत आंतरिक मूल्यांकन और 75 अंक विवि की बाह्य परीक्षा के अंकों को जोड़ कर की जाएगी।
सभी तरह के विषयों में पास होने के लिए बाह्य परीक्षा में 75 में से 25 अंक लाना अनिवार्य होगा और आतंरिक व बाह्य मिलाकर 33 प्रतिशत अंक लाने अनिवार्य होंगे। यदि किसी विद्यार्थी को आतंरिक मूल्यांकन में शन्य अंक व बाह्य परीक्षा में न्यूनतम 33 या 40 फीसदी (सह पाठ्यक्रमों-लघु शोध विषयों) अंक मिलेंगे तो वह पास माना जाएगा। आतंरिक मूल्यांकन में अनुपस्थिति में शून्य अंक ही मिलेंगे। विद्यार्थी को विषम सेमेस्टर से सम सेमेस्टर में अनिवार्य रूप से प्रोन्नत किया जाएगा, चाहे विषम सेमेस्टर का परिणाम कुछ भी हो।
ऐसे दिए जाएंगे ग्रेड
O असाधारण 91-100 10
A+ उत्कृष्ट 81-90 9
A बहुत अच्छा 71-80 8
B+ अच्छा 61-70 7
B औसत से ऊपर 51-60 6
C औसत 41-50 5
P पास 33-40 4
F फेल 0-32 0
AB अनुपस्थित अनुपस्थित 0
Q उत्तीर्ण
NQ अनुतीर्ण