आगामी बजट 2024 में माननीया वित्तमंत्री से व्यापारियों की मांग॥

रोहित सेठ

        आज महानगर उद्योग व्यापार समिति की प्रबंध समिति सभा दिनांक 14 जुलाई 2024 रविवार को मारवाड़ी युवक संघ लक्सा में आयोजित की गई जिसमें आगामी बजट के ऊपर विस्तृत रूप से चर्चा की गई कि बजट 2024 से सभी लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं क्योंकि पिछले कई वर्षों से मंदी  से जूझ रही भारतीय अर्थव्यवस्था से सभी छोटे व मध्यम वर्ग के व्यापारी,कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन और रीयल इस्टेट जैसे उद्योग, उद्यमी और वेतनभोगी लोग जो उम्मीदों के मुताबिक बजट पेश किए जाने को लेकर काफी आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं, अतः आपके सम्मानित समाचार पत्र  के माध्यम से माननीया वित्त मंत्री को संज्ञान में निम्नलिखित सुझाव देना चाहते है |

1-बजट 2023 में वित्‍त मंत्री ने इनकम टैक्‍स की नई व्‍यवस्‍था के तहत पर्सनल इनकम टैक्‍स छूट की सीमा को 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख रुपये किया गया है। यानी किसी की इनकम 7 लाख रुपये तक है तो उसे टैक्‍स नहीं देना होगा जोकि महगाई के इस दौर में कम से कम 10 लाख तक की जानी चाहिए एवं 60 वर्ष से ज़्यादा आयु के लोग एवं महिलाओं के लिए यह सीमा 12 लाख होनी चाहिए |

2- धारा 80 में विनियोग में मिलने वाली छूट की सीमा को देखते हुए डेढ़ लाख से बढ़ाकर तीन लाख की मांग पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए जिससे छोटे व मध्यम वर्ग के व्यापारी व वेतनभोगी पेशेवरों की कर बचत की रणनीति काफी महत्वपूर्ण होंगी।

3-इनकम टैक्स के सेक्शन 80डी के तहत वरिष्ठ नागरिकों को 50 हजार रुपये तक का डिडक्शन मिलता है. हालांकि यह फायदा उन्हें तभी मिलता है, जब वह किसी हेल्थ इंश्योरेंस के तहत कवर नहीं हैं अतः वित्त मंत्री को सेक्शन 80डी के तहत सभी उम्र के लोगों को डिडक्शन का फायदा देने पर विचार करना चाहिए जो उन्होंने खुद के या अपने परिवार के किसी सदस्य के इलाज पर खर्च किया हो.

4-देश के सभी वरिष्ठ नागरिकों ने किसी न किसी रूप में आजीवन देश की सेवा की है और सरकार को इनकम टैक्स व जी एस टी दिया है। इसलिए सरकार का यह कर्तव्य है कि वृद्धावस्था में इनका ख्याल रखे जैसा कि अमेरिका, यूरोप व अन्य देशों में ध्यान दिया जाता है। देश के सभी वरिष्ठ नागरिकों को जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और पेंशन नहीं मिलती उन्हें प्रतिमाह ₹10,000/- सम्मान निधि एवं उनके स्वास्थ्य के लिए सरकार एक योजना बनाये ताकि उनका भी दयनीय बुढापा गरिमापूर्ण वृद्धावस्था में बदल सके।

5-जिस प्रकार भारत सरकार के कर्मचारी केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना के लाभार्थी है ठीक उसी प्रकार व्यापारी को भी केंद्रीय सरकार स्वास्थ योजना के स्व वित्तपोषित लाभार्थी माना जाय ताकि एक व्यापारी सस्ते दर पर स्वास्थ्य सेवा प्राप्त कर सके और सरकार पर कोई वित्तीय भार भी न पड़े । अगर व्यापारी स्वस्थ रहेगा तो अर्थव्यवस्था भी स्वस्थ रहेगी ।

6-ऑनलाइन व्यापार के नाम पर बड़ी बड़ी विदेशी कंपनियां भारत के लोकल रिटेल व्यापार को नष्ट करके उस पर पूरा कब्जा करना चाहती हैं। अरबो की पूंजी वाली ये कंपनियां भारी नुकसान उठाकर भी सस्ते दाम का प्रलोभन देकर भारत के छोटे व्यापारियों को बाजार से मिटा देने पर तुली हैं। इस आनलाइन मार्केटिंग के कारण छोटे छोटे व्यापारियों को प्रतिस्पर्धा न कर पाने के कारण रोजगार में घाटा रहा है। सरकार का पूरा जोर local for vocal पर है। ऐसे में दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं जैसे कपड़ा, गल्ला , खाद्यान्न, जूता, कास्मेटिक जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं आदि के पुरे व्यापार को केवल अपने देश के उद्यमियों को बनाने और बेचने की अनुमति देनी चाहिये। बहुराष्ट्रीय कंपनियों को विलासिता और नवीन टेक्नोलॉजी तथा विशेष श्रेणी के सामानों आदि को बेचने की अनुमति दी जाय। जिससे गरीब व्यक्ति भी स्वरोजगार के माध्यम से छोटा रोजगार अपना कर अपने परिवार को पाल सके एवं ऑनलाइन के बढ़ते कदमो पर सरकार लगाम लगाए |

7- सरकार द्वारा बड़े कार्पोरेट घरानो को 6%-7% पर बैंक लोन दिया जाता है उसी तर्ज पर छोटे व मध्यम वर्ग के व्यापारियों को भी उसी रेट पर लोन मिलना चाहिये, जिससे वह कड़े प्रतिस्पर्धा का सामना कर सके।

8-उद्योग जगत पर आयकर की अधिकतम सीमा 25% है उसी आधार पर पार्टनरशिप फॉर्म एवं इंडिविजुअल लोगों से भी आयकर की अधिकतम दर 25% होनी चाहिए

8-व्यापारियों की समस्याओं के हल के लिए केंद्रीय एवं प्रदेश स्तर पर व्यापारी कल्याण आयोग के गठन तथा बोर्ड के स्थान पर व्यापारी आयोग का गठन किया जाना चाहिए जिसमे अधिकारियो के साथ उसी अनुपात में व्यापारियों का भी प्रतिधिनत्व हो |

आज की बैठक में मुख्य रूप से श्रीनारायण खेमका, प्रेम मिश्रा ,अशोक जायसवाल ,घनश्याम जायसवाल,h अजय गुप्ता ,रजनीश कन्नौजिया, राहुल मेहता ,पंकज अग्रवाल, मिडिया प्रभारी सुरेश तुलस्यान,मनीष गुप्ता ,डॉक्टर अंजनी मिश्रा ,कौशल तिवारी ,श्री कृष्ण शरण अग्रवाल ,दिनेश अग्रवाल , शैलेश जायसवाल, अनिल कुमार सेठ (अन्नू), राजन जायसवाल, आदि लोग उपस्थित रहे |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *