रिपोर्ट:- मोहम्मद ज़ीशान
किरतपुर (बिजनौर)। फोन पर ओटीपी मांगकर कर ठगी करने वाले शातिर अपराधियों को पुलिस ने पकड़ा है। थानाध्यक्ष तेजपाल सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम के माध्यम से 65,285 रुपये झांसा देकर ठग लिये थे।गिरोह के तीन शातिर बदमाशों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
मौहल्ला मिर्जापुरा निवासी मौ० खालिद पुत्र फाजिल बेग ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात अभियुक्त द्वारा उससे फोन पर झांसा देकर धोखाधड़ी कर यूपीआई के माध्यम से 65,285 रुपये हड़प लिये हैं। पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में झम्मन पुत्र श्याम, भोल उर्फ दिनेश पुत्र लख्मी निवासीगण ग्राम छतांगा कला थाना जेवर गौतमबुद्ध नगर एंव गोवर्धन पुत्र हरिकेश उर्फ तड़की निवासी अड्डा बघ्घरा (मलान) थाना नौझिल जनपद मथुरा के नाम प्रकाश में आएं ।पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हम टू-कालर पर तुक्के से नम्बर मिलाते हैं व टू-कॉलर पर कॉलर का नाम आने पर उसका नाम लेते हुये इस प्रकार बात करते हैं जैसे वह हमको जानता हो तथा उसका कोई भी करीबी रिश्तेदार या दोस्त बनकर बात करते है एवं इसके बाद अपना फोन पे काम न करने की बात कहते हुये उसके खाते मेंं एक दिन के लिए कुछ पैसे ट्रांसफर कराने का झांसा देते है तो व्यक्ति विश्वास मेंं आकर बात करना शुरू कर देता है। इसके बाद दूसरा व्यक्ति बात करता है तथा बताता है कि मेरे दोस्त ने नंबर दिया है कि आपके खाते मेंं किस नंबर पर पैसे ट्रांसफर करने है। जब सामने वाला नंबर बता देता है तो चैक करने के लिये 1 रूपया भेजने का टैक्ट मैसेज भेजते है जब व्यक्ति कहता है कि पैसे अभी आये नहींं तब हम उससे कहते है कि जब तुम हमारे खाते मे 1 रूपया भेजोगे तभी आपके खाते मे 2 रूपये एड हो जायेंगे। जब व्यक्ति हमारे पास 1 रूपया भेज देता है उसी समय हम उसके नंबर पर 2 रूपये उसके खाते में भेजे देते है। ऐसे ही दोगुनी रकम होने का झांसा देकर उससे अधिक धनराशी हड़प लेते हैं। अधिक धनराशि सामने वाले के द्वारा भेजने पर हम अपना फोन स्वीच आफ कर लेते हैंं। हम अन्य लोगों को 500-500 रूपये देकर नौकरी का झूठा झांसा देकर बैंकों में खाते खुलवाते हैं। उनकी पासबुक, एटीएम व यूपीआई अपने पास सुरक्षित रखते है। उन खातों में मोबाइल नंबर भी दूसरे व्यक्तियोंग का लगाते हैं जिससे हम पकड़े ना जा सकेंग। ताकि हमारे नंबर पर ओटीपी आ सके और हम इंटरनेट व मोबाइल के माध्यम से पैसा निकाल लेते हैंग।