लखनऊ।भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ की मुहिम लगातार जारी है. इसकी के तहत अब प्रदेश के सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट कर्मियों के काम करने पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया गया है. यानी अब सरकारी ऑफिस में बाहर कोई शख्स किसी भी तरह का काम नहीं कर सकेगा. साथ ही दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
किया जाए कड़ा एक्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा कि किसी भी राजस्व कार्यालय या थानों के अंदर किसी भी प्राइवेट कर्मचारी को बिल्कुल भी न रखा जाए. अगर कोई भी प्राइवेट कर्मचारी एसडीएम की गाड़ी या थानों में तैनात पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा राजस्व वादों, पैमाइश, वरासत एवं भूमि उपयोग से संबंधित मामलों को मिशन मोड में निस्तारित किया जाए।
खनन-भूमाफिया पर हो कार्रवाई
सीएम योगी ने कहा, सभी थानों में अपराधियों की पहचान कर टॉप 10 अपराधियों की सूची थानों में लगाई जाए. साथ ही नकल, पशु, खनन और भू-माफिया आदि पर प्रभावी कार्रवाई करें. जिले में भय मुक्त वातावरण बनाए रखें, महिलाओं की सुरक्षा पर प्राथमिकता दी जाए. इसके लिए एंटी रोमियो स्क्वाड टीम को दोबारा एक्टिव किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भयमुक्त समाज बनाने को संकल्पबद्ध हैं. प्रदेश में अब बहू, बेटियां, व्यापारी और आमजन सुरक्षित हैं.
बुधवार को समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी ने जिलों में निर्बाध बिजली आपूर्ति और ट्रांसफार्मर खराब होने पर ग्रामीण क्षेत्रों मे अधिकतम 24 घंटे और शहरी क्षेत्रों में अधिकतम 12 घंटे के अंदर बदलने के निर्देश दिए. साथ ही डीएम को विद्युत आपूर्ति की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा पशुपालन विभाग से पशुओं के टीकाकरण तथा अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।