मंडलायुक्त की अध्यक्षता में मंडलीय समीक्षा बैठक संपन्न।
रोहित सेठ
वाराणसी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में वाराणसी मंडल की समीक्षा बैठक आयोजित हुई जिसमें मंडल के चारों जिले वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर तथा जौनपुर के विकास तथा राजस्व कार्यों की समीक्षा की गयी जिसमें मंडलायुक्त द्वारा विभिन्न दिशानिर्देश दिये गये-
सर्वप्रथम समीक्षा बैठक में वृक्षारोपण अभियान की अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की गयी जिसमें निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष रोपित पौधों उनकी जियो टैगिंग के साथ मंडल के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के मीडियन के मध्य पौधे लगाने तथा एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत विभिन्न अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों तथा आमजन के सहयोग से रोपित किये गये पेड़ों की फोटो उपलब्ध कराने को निर्देशित किया। उन्होंने चारों जिले के प्रभागीय वन अधिकारियों, फॉरेस्ट रेंजर, नामित अधिकारी जिसमें एसडीएम, बीडीओ शामिल हैं को निर्देशित किया की कोई भी मीडियन तथा सड़क दोनों तरफ कोई जगहों खाली नहीं रहने पाये इसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाये।
जिलाधिकारी जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली तथा प्रभागीय वनाधिकारी वाराणसी द्वारा जनपद के वृक्षारोपण अभियान की पूरी जानकारी मंडलायुक्त के समक्ष रखी गयी।
मंडलायुक्त द्वारा चारों जनपद के डीएफओ को अगले तीन दिन में सड़कवार राजमार्गों के मध्य पिछले डेढ़ माह में रोपित पौधों तथा वृक्षों की पूरी जानकारी फोटो सहित उपलब्ध कराने को निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि लक्षित आंकड़े सही नहीं पाये जाने पर लोकनिर्माण, वन विभाग तथा राष्ट्रीय राजमार्गों के अधिकारियों को चिन्हित करते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ विभागीय कार्रवाई को निर्देशित किया जायेगा।
पीएम सूर्य घर योजना की समीक्षा के दौरान विभाग द्वारा बताया गया कि वाराणसी जनपद के 75000 लक्ष्य के सापेक्ष अब तक कुल 7910 इंस्टालेशन किया जा चुका है। मंडलायुक्त ने सूर्य घर योजना को सभी जिलों को प्राथमिकता पर रखते हुए पंजीकरण करने को निर्देशित किया गया।
ऊर्जा विभाग को यह सुनिश्चित करने को निर्देशित किया कि बारिश के दौरान पेड़ों, खम्भों इत्यादि पर कहीं भी करेंट की घटना न होने पाये। ट्रांसफार्मर जलने पर निश्चित समय के अंदर उनको बदला जाये। पोल लाइन मरम्मत के दौरान कोई घटना नहीं होने पाये इसको सुनिश्चित किया जाये तथा बिजली कटौती की सूचना पूर्व में विज्ञप्ति आदि के माध्यम से देना सुनिश्चित करें।
मंडल के सभी लिफ्ट कैनाल पर ऊर्जा विभाग उचित बिजली आपूर्ति देना सुनिश्चित करे ताकि उचित सिंचाई सुनिश्चित हो सके। नहरों के सभी टेल तक पानी की पहुंच सुनिश्चित हो इसको भी सुनिश्चित किया जाये। जिलाधिकारी चंदौली द्वारा बताया गया कि जिले में कुल 372 टेल में 352 पर पानी की पहुँच सुनिश्चित हो चुकी है। उन्होंने चीफ इंजीनियर सिंचाई तथा हाइडिल को अगले सात दिनों में अपने अधीनस्थ अधिकारियों, एक्सईएन की टीम बनाकर सभी लिफ्ट कैनाल का संयुक्त निरीक्षण करते हुए वहाँ बिजली आपूर्ति, ट्रिपिंग आदि की समस्या को देखेंगे तथा उक्त की फोटोग्राफ सहित पूरी रिपोर्ट उनके समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
बैठक से सोन कैनाल के एक्सईएन के अनुपस्थित रहने पर (जिनके पास नलकूप विभाग का अतिरिक्त प्रभार है) संबंधित का वेतन रोकने हेतु निर्देशित किया गया।
सभी खंड विकास अधिकारी साप्ताहिक रूप से निश्चित फॉर्मेट पर सभी नलकूप की समीक्षा करें तथा नियमित जानकारी सेक्रेटरी के माध्यम से लेना सुनिश्चित करें। उन्होंने क्रियाशील व निष्क्रिय नलकूप की जानकारी डीडीओ को देना सुनिश्चित करें व डीडीओ एक्सईएन नलकूप को जानकारी देंगे। सभी जिलाधिकारी ग्राम स्तर से नलकूपों की जानकारी लेकर अगले सप्ताह तक रिपोर्ट देना सुनिश्चित करेंगे।
चिकित्सा, स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान संचारी रोग अभियान की समीक्षा के दौरान फॉगिंग, डेंगू रोकथाम हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर अभियान तेज करने हेतु निर्देशित किया। मुख्य विकास अधिकारियों द्वारा पंचायतों में संचारी रोग अभियान की जानकारी दी गयी। मंडलायुक्त द्वारा चारों जिले में फॉगिंग मशीनों की क्रियाशीलता को देखने तथा कम से कम प्रत्येक दो गावों पर एक फॉगिंग मशीन सुनिश्चित करने तथा केरोसीन, केमिकल आदि की उपलब्धता के साथ नियमित फॉगिंग प्रधानों की मौजूदगी में कराने व उक्त की फीडबैक भी लेने हेतु निर्देशित किया। सीडीओ तथा सीएमओ को संयुक्त रूप से संचारी अभियान की समीक्षा करने को निर्देशित किया गया। पंचायती राज विभाग को भी साफ-सफाई की नियमित व्यवस्था करने हेतु निर्देशित किया गया।
पशुधन विभाग की समीक्षा के दौरान गोआश्रय स्थलों को नियमित देखने, कोई भी पशुधन पानी में न खड़ा होने पाये, भूसा गीला न हो तथा गंदगी नहीं होने पाये तथा कंट्रोल रूम के मार्फत इसकी नियमित समीक्षा की जाये इसको भी सुनिश्चित किया जाये। गौसेवा कार्य में लगे एनजीओ को सपोर्ट करने हेतु भी कहा गया।
श्रम एवं सेवायोजन की समीक्षा के दौरान स्किल डेवलपमेंट, अप्रेन्टिसशिप को बढ़ावा देते हुऐ रोजगार मेले आयोजित करने को कहा गया।
लोक शिकायत की गुणवत्तायुक्त निस्तारण लेना सुनिश्चित करें तथा इसकी नियमित मॉनिटरिंग उच्चाधिकारी द्वारा किया जाये। ग्रामवार राजस्व से संबंधित आने वाली शिकायतों की लिस्ट बनायें तथा शिकायतों के आधार पर डाटा की एनालिसिस की जाये। नायब तहसीलदारों की जिम्मेदारी तय करते हुए जिस ग्राम में ज्यादे शिकायत आ रही पहले उक्त गांव को लेते हुए समस्याओं के समाधान करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने सोमवार तक पूरी टीम बनाकर अगले 15 दिनों का ग्रामवार रोस्टर तैयार करने हेतु निर्देशित किया।
मंडलायुक्त ने अगले सप्ताह तक मंडल के सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए सभी पत्राचार ई-ऑफिस के माध्यम से करने हेतु निर्देशित किया। कोई भी फाइल 31 अगस्त के बाद मैनुअल न चले इसको सुनिश्चित करने को निर्देशित किया अन्यथा संबंधित की जिम्मेदारी तय की जायेगी।
मंडलायुक्त द्वारा राजस्व वादों की समीक्षा के दौरान त्वरित निस्तारण पर ध्यान देने तथा पांच साल से ऊपर के लंबित वादों के ऊपर लाल पर्ची से चिह्नीकरण करने तथा पांच साल के ऊपर बचे वादों में पेशकारों तथा अहलमद की जिम्मेदारी तय करने हेतु निर्देशित किया गया। सभी एडीएम पेशकार तथा अहलमद के साथ साप्ताहिक बैठक करें तथा जिलाधिकारी को रिपोर्ट देना सुनिश्चित करें। फाइल किस स्तर पर पड़ी है इसको उसके ऊपर चिन्हित जरूर करें। मंडलायुक्त द्वारा स्वतः भी इन व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जायेगा।
मंडलायुक्त द्वारा तहसील पर निस्तारित वादों को जिले स्तर पर तथा रिकॉर्ड को व्यवस्थित रूप में रखा जाये। अगले 15 सितंबर तक हर हाल में मंडल के प्रत्येक गावों में सिहद्दा (बॉर्डर चिह्नीकरण) लगवाने हेतु निर्देशित किया गया अन्यथा लेखपाल व सेक्रेटरी की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जायेगी। बड़े बकायेदारों को चिन्हित करते हुए राजस्व वसूली को बढ़ावा दिया जाये तथा वसूली लिस्ट को अपडेट भी किया जाये। नायब तहसीलदार स्वतः गावों में चार दिन दौरा करते हुए वसूली को बढ़ाने हेतु कार्य करें तथा अमीनो की जिम्मेदारी भी तय की करें। ग्राम पंचायतों की कब्जा भूमि जिनके निस्तारण तहसील कोर्ट से हो चुका है उसको अर्थदण्ड लगाते हुए खाली करायें।
पुराने निरिक्षण के अनुपालन सुनिश्चित करते हुए अगस्त माह से सभी जिलाधिकारी तथा एडीएम एक-एक तहसील का स्वतः निरीक्षण करते हुए उक्त के अनुपालन से मंडलायुक्त को अवगत करायेंगे। मंडलायुक्त द्वारा स्वतः भी तहसीलों का निरीक्षण किया जायेगा।
नगरोदय योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिलों के एक टाउन एरिया को चिन्हित करते हुए उसके इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास हेतु संबंधित जनप्रतिनिधियों के साथ वार्ता करते हुए प्रस्ताव देने को निर्देशित किया। टाउन एरिया के ऑडिट आपत्तियों को सप्ताह भर अभियान चलाकर 31 अगस्त तक निस्तारण कराने को निर्देशित किया।
उन्होंने आवास विकास के तहत विनियमित क्षेत्र, विकास प्राधिकरण, नूजल, सीलिंग के संबंधित लंबित वादों की लिस्ट बनाकर अगले तीन दिन में समीक्षा करने हेतु निर्देशित किया।
मंडलायुक्त द्वारा जनपद में कल से आयोजित हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा पर पूरी जिम्मेदारी व तन्मयता के साथ कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने केंद्रों पर पेपर पहुंचाने, ट्रेजरी आदि पर सीसीटीवी से लगातार देखने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने सभी जिम्मेदार अधिकारियों से पुलिस विभाग के साथ अच्छा समन्वय बनाकर सेंटरों का निरीक्षण करने को निर्देशित किया। उन्होंने किसी भी स्तर पर शिथिलता नहीं बरतने को निर्देशित किया।
मंडलायुक्त द्वारा पिछले महीने मंडल के जनपदों द्वारा अच्छी रैंक हासिल करने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए आगे इसे बनाकर रखने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, डीएफओ वाराणसी स्वाति सिंह समेत मंडल के विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिलाधिकारी जौनपुर रविंद्र कुमार मांदड़, जिलाधिकारी गाजीपुर आर्यका अखौरी, जिलाधिकारी चंदौली निखिल कुमार समेत तीनों जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।