बाढ़ आपदा में हमें अपने बचाव के साथ-साथ स्वास्थ्य के प्रति भी ज्यादा सचेत रहना चाहिए-डॉ पूनम राय।
रोहित सेठ
वाराणसी, 24 अगस्त। बाढ़ आपदा में हमें अपने बचाव के साथ-साथ स्वास्थ्य के प्रति भी ज्यादा सचेत रहना चाहिए। क्योंकि यह समय जल, जीवाणु व विषाणु जनित बीमारियों के लिए बहुत मुफीद होता है। इसलिए हमें अपने पेयजल, खानपान, व्यक्तिगत और आसपास की सफाई पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। उक्त विचार वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ और ओपल हॉस्पिटल की निदेशक डॉ पूनम राय नें व्यक्त किए। वे डॉ.शंभुनाथ सिंह रिसर्च फाउन्डेशन द्वारा वरुणा नदी के बाढ़ से प्रभावित परिवारों हेतु शैलपुत्री मंदिर परिसर में आयोजित राहत सामग्री वितरण समारोह की मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्ति कर रही थीं। उन्होंने कहा कि आपदा के समय बड़ी उम्र के लोग तो किसी प्रकार अपनी समस्याओं का समाधान कर लेते हैं, परंतु महिलाएं और किशोरियां अपनी व्यक्तिगत साफ़-सफाई एवं अन्य समस्याओं के लिए किसी से नहीं कह पातीं और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हो जाती हैं। ऐसे मे उन्हें सामाजिक, आर्थिक और मानसिक संबल प्रदान करने की जरूरत है। ऐसे में संस्था द्वारा किया जा रहा यह प्रयास अत्यन्त सराहनीय है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आदमपुर थाने की उप निरीक्षक रागिनी गुप्ता नें कहा कि आपदा के समय महिलाओ और ल़डकियों की सुरक्षा भी एक अहम मुद्दा होता है। जिसके लिए उन्हें पुलिस का 112, चाइल्डलाइन का 1098, वीमेन हेल्पलाइन का 1090 और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर याद रखना चाहिए ताकि वक़्त जरूरत पर तुरंत काम आ सके। उन्होंने मिशन शक्ति कि चर्चा करते हुए कहा कि किसी भी लड़की या महिला को अपने साथ हुए शोषण की बात छुपाने नहीं चाहिए और बेखौफ होकर थाने पर बने महिला हेल्प डेस्क पर संपर्क करना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था की कार्यक्रम निदेशक डॉ रोली सिंह ने कहा कि गंगा नदी में बाढ़ का पलट प्रवाह अमरपुर शैलपुत्री, दानियालपुर और पुल कोहना बस्तियों में हर साल तबाही मचाता है। जिससे हर साल करोड़ों रुपयों की बर्बादी होती है। इसके लिए सरकार को कोई ठोस उपाय करना चाहिए। उन्होंने अपनी सहयोगी संस्था क्राई को बाढ़ पीड़ितों को राशन व अन्य खाद्य सामग्री तथा आवश्यक दवायें व सेनेटरी पैड आदि उपलब्ध कराने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में अमरपुर शैलपुत्री क्षेत्र के 35 परिवारों को राहत सामग्री प्रदान की गई। इस अवसर पर सुलेखा, अजय, मनोज, रश्मि, शिला, सुनीता, पूजा, रानी, शबाना, तथा शैलपुत्री मंदिर के पुजारी कैलाश तिवारी, भीम तिवारी वा अन्य परिवार ने सहयोग प्रदान किया।