भारत विकास परिषद सृजन शाखा द्वारा संस्कृत सप्ताह का हुआ समापन॥
रोहित सेठ
भारत विकास परिषद सृजन शाखा द्वारा संस्कृत सप्ताह का समापन एवं तीजोत्स्व के रिश्तों के सफर से किया गया जो होटल रीजेंसी अन्धरापुल में शशि श्रीवास्तव अध्यक्षा डॉ रमा सिंह सचिव के नेतृत्व में आयोजित किया गया । मुख्य अतिथि सरिता सिंह, मुख्य जोनल हेड पंजाब नेशनल बैंक, अतिथि सूर्या होटल के डायरेक्टर अभय सिंह केन्द्रीय एवम प्रांतीय दयित्वाधारियो रविप्रकाश जायसवाल प्रमोद राम त्रिपाठी नवीन श्रीवास्तव द्वारा मां भारती एवं स्वामी विवेकानंद के दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पण के पश्चात बंदेमातरम गायन व शिव वंदना खुशी के नृत्य प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई । कार्यक्रम में शाखा के सभी भैया लोगों ने रैम वॉक किया इस प्रतियोगिता का जजमेंट प्रांतीय महिला संयोजिका मीना सिंह एवं ममता जी ने किया सुपर किंग बने राजेश कुमार फर्स्ट रनर अप नवीन सिंह और सेकंड रनर अप सिद्धार्थ पांडे रिश्तों के सफर पर आधारित नित्य नाटिका बिटिया के जन्म से उसके विवाह तक के संस्कार और संस्कृति को दर्शाया गया । कार्यक्रम में सभी सदस्यों ने अपने-अपने पात्र को बखूबी निभाया एवं प्रस्तुति को देखकर सभी सदस्य आनन्द से भाव-विभोर हो गये ।
आज के इस बदलते परिवेश में भी हमारी सनातनी परंपरा जीवित है इसी संस्कार को दर्शाकर सदस्यों के अन्दर सनातनी भाव को जागृत कराना था संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत जो भी कार्यक्रम हुए उसमें जितने भी सदस्यों ने सहयोग किया उनको स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया साथ ही सदस्यों द्वारा डांस, चुटकुला, अंताक्षरी एवं विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को मिलाकर तीजोत्सव का प्रोग्राम बहुत धूम धाम से मनाया गया । सभी परिवारों ने मिलकर हम साथ-साथ हैं जीवन भर का साथ रहे हमारा तुम्हारा के गीत के साथ रिश्तों के सफर का प्रस्तुति का समापन किया गया । कार्यक्रम का बहुत ही सुंदर संचालन आकांक्षा सिन्हा और संध्या गुप्ता ने किया कार्यक्रम में विशेष सहयोग रंजना, श्रीवास्तव प्राजंलि श्रीवास्तव , पुष्पा श्रीवास्तव पूनम पाठक, अंकिता चौबे रेखा शांभवी द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम में नवीन प्रकाश, संजय कुमार शुक्ला, अविनाश अस्थाना, अनिल श्रीवास्तव अखिलेश कुमार, प्रवीण सिन्हा प्रशांत श्रीवास्तव का विशेष सहयोग रहा है । कार्यक्रम के दौरान लजीज व्यंजनों का भी सदस्य द्वारा लुत्फ उठाया गया । संरक्षक ज्ञानेंद्र बहादुर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के पश्चात राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की गई।