रिपोर्ट- आकाश मिश्र
बहुआयामी समाचार
डीसी मनरेगा के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यो को लेकर लखीमपुर सदर के खण्ड विकास अधिकारी द्वारा जारी किए गए एक आदेश से जिले के अन्य अखबारों के पत्रकारों में रोष फैल गया है।
खण्ड विकास अधिकारी द्वारा जारी अजीबो गरीब निर्देश में नामचीन अखबारों को तवज्जो देने की बात कही गई है और बाकी अखबार उनकी नजर में कुछ नहीं हैं।
खण्ड विकास अधिकारी विकास खण्ड सदर ज्ञानेंद्र सिंह द्वारा यह नहीं बताया है कि उनके विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों के मानक क्या है।
अखबारों के कौन से मानक होने चाहिए,इस तरह के जारी आदेश से जनपद के पत्रकारों में खंड विकास अधिकारी के खिलाफ फैला आक्रोश।
ग्राम विकास अधिकारियों के नाम जारी एक पत्र से निर्देशित किया गया है और नाम चीन अखबारों में ही टेंडर छापें जाएंगे जिससे अन्य दैनिक अखबार के संपादकों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है।
सूचना मंत्रालय द्वारा जारी रजिस्ट्रेशन के बाद भी कुछ अखबारों को लेकर दिए गए आदेश से पत्रकारों में रोष है।
खण्ड विकास अधिकारी ने अपनी कोई गाइडलाइन नहीं दी जिसमें सोशल मीडिया पर डीसी मनरेगा बना चर्चा का विषय
बीडीओ लखीमपुर का आदेश अब उनके ही गले की फांस बनता जा रहा है और चौतरफा आलोचनाओं से बीडीओ लखीमपुर घिरे हुए नजर आ रहे हैं।
अखबारों को छोटा-बड़ा बताकर अप्रासंगिक और बेहद गैर जिम्मेदाराना आदेश जारी कर बीड़ीओ पूरे जिले में अपनी किरकिरी कराते नजर आ रहे हैं।