
विकसित भारत की संकल्पना को साकार करना है -राज्यपाल
सूरज गुप्ता
सिद्धार्थनगर
सिद्धार्थनगर 17 मार्च 2025/आगनवाडी केन्द्रों को सक्षम एवं संसाधन सम्पन्न बनाने की एक सशक्त पहल के अन्तर्गत आगनबाडी संसाधन किट वितरण मा० राज्यपाल उ०प्र० श्रीमती आनन्दी बेन पटेल द्वारा गौतम बुद्ध प्रेक्षागृह सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में किया गया। इस अवसर पर मा० विधायक कपिलवस्तु श्री श्यामधनी राही. मा० जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शीतल सिंह कुलपति सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु प्रो० कविता शाह, जिलाधिकारी डा० राजा गणपति आर०, पुलिस अधीक्षक डा० अभिषेक महाजन, मुख्य विकास अधिकारी श्री जयेन्द्र कुमार उपस्थित थे।
इस अवसर पर सर्वप्रथम जिलाधिकारी डा० राजा गणपति आर० द्वारा मा० राज्यपाल उ०प्र० श्रीमती आनन्दी बेन पटेल को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। मा० विधायक कपिलवस्तु श्री श्यामधनी राही. मा० जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शीतल सिंह कुलपति सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु प्रो० कविता शाह को भी पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। इसके पश्चात शिवपति इन्टर कालेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं कपिलवस्तु गीत प्रस्तुत किया गया तथा आंगनबाड़ी केन्द्र रमवापुर, बर्डपुर नं0-7 के बच्चों द्वारा कविता एवं गिनती आदि सुनाया गया। इसके पश्चात स्नातक की छात्रा कलावती द्वारा दहेज प्रथा एव स्नातक के छात्र सर्वज्ञ गौड द्वारा विकसित भारत पर अपने विचार प्रस्तुत किये गये।
मा० राज्यपाल उ०प्र० श्रीमती आनन्दी बेन पटेल ने कि आगनबाडी और परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के नृत्य और अभिनय की प्रशंसा की और कहा कि इन बच्चों के प्रदर्शन ने सभी को अभीभूत किया है। हमें इन्हीं प्रतिभाशाली बच्चों को तैयार प्रधानमंत्री जी के सपनों के अनुरूप विकसित भारत की संकल्पना को साकार करना है। इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक बच्चा आंगनबाडी केंद्र और विद्यालयों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र समाज के लिए बेहद अहम हैं। इन आआंगनबाड़ी केंद्रों में गरीब और वचित वर्ग के बच्चों को न सिर्फ पढना लिखना सिखाया जाता है, बल्कि उनके पोषण का भी ध्यान रखा जाता है। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण द्वारा प्री स्कूल किट के बेहतर उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने इन केंद्र पर बाल मनोविज्ञान को बढ़ावा दिए जाने की पर जोर दिया, ताकि बच्चों को बेहतर शैक्षणिक परिवेश प्राप्त हो और उनका व्यक्तित्व विकसित हो सके। मा० राज्यपाल ने कहा कि यह जनपद आर्थिक दृष्टि से कमजोर है। बच्चों के विकास हेतु आआंगनबाडी किट दी जा रही है। मेरा प्रयास होता है कि जहा भी हम जाये वहां पर आंगनबाडी कार्यकत्रियों को किट वितरण हो। अब तक उ0प्र0 में 30 हजार आंगनवाड़ी केन्द्रो पर किट पहुँच गई है। हमे संकल्प लेकर कार्य करना चाहिए। हमे अपना आचरणएवं व्यहार को शुद्ध रखना चाहिए। घर का माहौल जैसा होता है बच्चे बही सीखते है। अपने घर का वातावरण सही रखे जिससे बच्चों का सही विकास हो। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजनान्तर्गत रू० 5 लाख तक का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। मा० राज्यपाल ने निक्षय मित्रों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि आप लोगो ने टीबी के मरीजों को गोद लिया है। और उन्हें पोषण पोटली दिया है। टीबी मरीजों के घरो पर जाकर उन्हें जागरूक करे तथा प्रोत्साहित करें। आवास योजना, स्वामित्व योजना के अन्तर्गत घरौनी प्रमाण-पत्र दिया जा रहा है। सभी अधिकारी अच्छी तरह से नियमानुसार कार्य करें। कार्य में गड़बड़ी हो तो सुधार करे। अभियान चलाकर पात्र लाभार्थियों को भारत सरकार/प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को दिलायें। आप लोगों को समाज की सेवा करने का अवसर मिला है समाज की सेवा करें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत 0-5 वर्ष के बच्चों को मातृ भाषा में पढ़ाना है। मा० राज्यपाल उ०प्र० द्वारा आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बधाई दिया।
मा० विधायक कपिलवस्तु श्री श्यामधनी राही ने अपने सम्बोधन मा० राज्यपाल उ प्र श्रीमती आनन्दी बेन पटेल का स्वागत करते हुए कहा कि यहां से शान्ति का सन्देश पूरे विश्व में गया है। मा० विधायक ने कहा कि मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा जो भी अनुमोदन हेतु फाइल प्रेषित की जाती है तो आपके द्वारा अनुमोदन प्रदान किया जाता है। पुनः मा० राज्यपाल का स्वागत किया।
जिलाधिकारी डा० राजा गणपति आय ने मा० राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनन्दी बेन पटेल का स्वागत करते हुए बताया कि 29 दिसम्बर 1988 को जनपद का गठन हुआ है। जनपद सिद्धार्थनगर मे 14 विकास खण्ड, 05 तहसील, 02 नगर पालिका परिषद एवं 9 नगर पंचायत स्थित है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सिद्धार्थनगर की कुल जनसंख्या 2559 लाख है। सीएसआर योजनान्तर्गत संयुक्त चिकित्सालय में ट्रामा सेन्टर संचालित किया गया। जनपद अंतर्गत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिशु मृत्यु दर में कमी लाने हेतु न्यू बार्न स्टेबिलाइजेशन यूनिट को पूर्ण रूप से क्रियाशील करते हुए नवजात का उपचार प्रारम्भकिया चुका है। मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु में कमी लाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा अभिनव प्रयोग के रूप में प्रत्येक ब्लाक स्तरीय चिकित्सा इकाई, मेडिकल कालेज एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में वार रूम की स्थापना करते हुए दक्ष स्टाफ की तैनाती करते हुए 24-7 के रूप में क्रियाशील किया जा चुका है जिससे सभी गर्भवती माताओं एवं बच्चों की निगरानी एवं उपचार किया जा रहा है। जिला प्रशासन स्तर से पहल करते हुए जनपद के कुल 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अतिरिक्त बजट के माध्यम से कायाकल्प/सुसज्जित किया जा रहा है। जनपद अंर्तगत अब तक कुल चिन्हित 3 अतिजर्जर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (नौगढ़ भनवापुर एवं डुमरियागंज) को ध्वस्तीकरण करते हुए अतिरिक्त धनराशि आवन्टित कर नवीन भवन का निर्माण किया जा रहा है। मनरेगा योजनान्तर्गत जनपद में कुल 100 आगनबाडी केन्द्रों का कन्र्वजेन्स के माध्यम से कायाकल्प कराया जा रहा है। 64 आंगनबाडी केन्द्रों पर कार्य पूर्ण करा लिया गया है शेष पर कार्य प्रगति पर है। एक जनपद एक उत्पाद के रूप में चयनित काला नमक चावल के उत्पादन हेतु काला नमक राईस एक्सपोर्ट डेवलपमेन्ट फाउण्डेशन का गठन किया गया है। जनपद में काला नमक चावल उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु 22 से 23 दिसम्बर 2024 की अवधि में केता- विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें देश-विदेश के प्रतिनिधियो सहित 350 से अधिक खरीदार और कृषक समुदाय द्वारा प्रतिभाग किया गया। मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सिद्धार्थ फिशरीज डेवलेपमेन्ट फाउण्डेशन सिद्धार्थनगर का गठन किया गया। मत्स्य पालकों को बिक्री हेतु ग्राम मधवापुर वि०ख०- बढ़नी मत्स्य मण्डी का निर्माण शासन द्वारा स्वीकृत किया गया। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा जनपद सिद्धार्थनगर को पंगेसियस कलस्टर के रूप में चयनित किया गया है। कपिलवस्तु में स्थित पिपरहवा स्तूप पर लाइट एड साउंड शो कार्यक्रम का संचालन की स्वीकृति सी०एस०आर० के अन्तर्गत प्राप्त हुई है। जनपद के रमणीय जलाशयों को सागर गाला सर्किट के अन्तर्गत विकसित किये जाने हेतु लगभग रू0 60 करोड़ का प्रस्ताव स्वीकृति हेतु उच्च स्तर पर प्रेषित किया गया है। बांसी तहसील में स्थित डहरताल पर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट एवं स्टीमर नाव का संचालन कर पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने का कार्य किया जा रहा है जिससे कि जनपद में देसी विदेशी पर्यटकों के आवागमन में वृद्धि होने के साथ ही स्थानीय स्तर पर भी लोगो को रोजगार प्राप्त होगा जो कि जनपद का एक उल्लेखनीय कार्य है। मनरेगा कन्वर्जेन्स द्वारा जनपद में कुल 14 विकास खण्डों में 12 ग्रामीण पार्क का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जनपद में कुल 1136 ग्राम पंचायत है। जिसके सापेक्ष 70 ग्राम पंचायतों में ओपेनजिम का कार्य पूर्ण एवं संचालित है। मनरेगा कन्वर्जेन्स द्वारा जनपद में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 14 विकास खण्डों में 12 मिनी स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा है। मनरेगा योजनान्तर्गत जनपद में फेज 1 में कुल 75 अन्नपूर्णा भवन (राशन की दुकान) लक्ष्य के सापेक्ष 68 पूर्ण एवं संचालित हो गए है। मनरेगा योजनान्तर्गत जनपद में फेज 2 में कुल 511 अन्नपूर्णा भवन (राशन की दुकान) लक्ष्य के सापेक्ष 272 स्थल का चयन कर कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन जनपद के विकास के लिए हमेशा कार्य करेगा।
मा० राज्यपाल उ०प्र० श्रीमती आनन्दी बेन पटेल द्वारा 10 आआंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट दिया गया। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के 10 लाभार्थी को कार्ड, प्रधानमंत्री टी.वी. मुक्त अभियान के अन्तर्गत 10 लाभार्थियों को पोषण पोटली 10 निक्षय मित्रों को प्रमाण-पत्र ग्रामीण आवास अभिलेख (घरौनी) 10 लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र तथा प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण के 10 लाभार्थियों को संकेतिक चाभी दिया गया।
मा० जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शीतल सिंह द्वारा मा० राज्यपाल महोदया को बुद्ध प्रतिमा भेट किया गया। जिलाधिकारी द्वारा मी मा० राज्यपाल महोदया को काला नमक चावल किट भेट किया गया।
इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० रजत कुमार चौरसिया, अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) गौरव कुमार श्रीवास्तव अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारी पीडी नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी, डीडीओ गोपाल प्रसाद कुशवाहा, जिला पंचायत राज अधिकारी पवन कुमार जिला कार्यकम अधिकारी मनोज शुक्ला, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आशा व अन्य सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।