बदायूँ। छात्राओं, महिलाओं के मन में उठने वाली जिज्ञासा को शांत करने के लिए गुरुवार को उत्तर प्रदेश महिला कल्याण विभाग द्धारा मिशन शक्ति 4.0 के अन्तर्गत हक़ की बात जिलाधिकारी के साथ कार्यक्रम कलेक्टेट स्थित सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें केदारनाथ महिला इण्टर कॉलेज की छात्राओं ने डीएम से अलग-अलग विषय पर सवाल किए, डीएम ने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए, साथ ही उनको बताया कि उन्हें अपने लक्ष्य को फोकस करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। जो भी करें, पूरी लगन और जिम्मेदारी से करें, फल की चिंता न करें ।छात्रा कुसुम, रंजना ठाकुर, सायमा खान, अमृता पटेल, तनवी राठौर, राधिका, प्राची साहू ने अपने मन उमड़ने वाले सवालों के जवाब डीएम से पूछे। छात्राओं की उत्सुकता यह जानने को थी कि जिलाधिकारी के पद पर रहते हुए डीएम को किन किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और यहां तक आने के लिए उन्हें किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शिक्षा ग्रहण करने से लेकर यहां तक पहुंचने का उनका सफर कैसा रहा।

किसी छात्रा ने पूछा कि अक्सर देखा गया है।कि लोग बालक-बालिकाओं में भेद करते हैं, लड़को को हर चीज़ की आजादी होती है, लेकिन लड़कियों के लिए बहुत तरह की बंदिशे होती हैं। छात्राओं ने डीएम ने परीक्षा की तैयारियों के सम्बंध में कई सवाल पूछे। डीएम ने जवाब दिया कि आज महिलाएं हर फील्ड में आगे बढ़कर देश का नाम रोशन कर रही हैं, मैं भी एक महिला हूं। लड़का-लड़की में भेद की मानसिकता नहीं होना चाहिए, यह भी देखा गया कि यह लोगों में तब तक बनी रहती है, जब तक आप उन्हें यह साबित करके न दिखा दो कि आप भी कुछ बेहतर कर सकती हो, फिर परिवारजन ही नहीं बल्कि आस-पडोस के लोग भी आपकी मिसाल दिया करेंगे। आप पढ़ाई के साथ एक्स्ट्रा एक्टिविटीज़ में रुचि लें और पढ़ाई और एक्स्ट्रा एक्टिविटीज़ के समय को मैनेज करें और अपने एफर्ट्स में कमी न आने दें, सफलता ज़रूर मिलेगा। परेशानी और दिक्कत सबको आती हैं, ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिसे समस्याएं न हों, लेकिन समस्याओं का समाधान करते हुए लक्ष्य की प्राप्ति करना ही सफलता की पहचान है।

आप में सीखने और आगे बढ़ने के लिए जज़्बा होना चाहिए और रहा सवाल यहां तक पहुंचने के सफर का तो इतना कहना चाहुंगी कि एक दशक से अधिक का समय हो गया है, आपको जीवन के कई पड़ाव अलग-अलग प्रकार की पर्फामेंस की आवश्यता होती है। जिसमें आपको अपना हण्ड्रेड परसेंट देना होता है। आप जो कुछ सीखते हैं वह जीवन में ज़रूर काम आता है, इसलिए लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए। अभी आप विधार्थी जीवन में जी रहे हो, इस लिए किताबों से लगाव रखो, क्यों कि अच्छी किताबे आपको एक अच्छा इंसान बनाती है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम की किताब है सपनो की उड़ान जिसमें उन्होंने कहा है। कि सपने ज़रूर देखना चाहिए, लेकिन बंद नहीं बल्कि खुली आंखों से। इसलिए सपने ज़रूर देखो साथ ही उनको पूरा करने के लिए भी प्रयासरत रहो। फेसबुक, इंस्ट्राग्राम का तो इस्तेमाल करते ही हो लेकिन किस प्रकार की तैयारी कैसे करनी है। इसको भी इंटरनेट पर सर्च कर लिया करो।

कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी चन्द्र भूषण ने शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया। जिला संरक्षण अधिकारी रवि कुमार ने बताया कि किसी प्रकार की समस्या के त्वरित निस्तारण कि लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी के मो0नं0 7518024013, महिला कल्याण अधिकारी ऋचा गुप्ता के मो0नं0 8791199031, संरक्षक अधिकारी प्रीति कौशल के मो0नं0 8532885234, वन स्टॉप सेंटर मैनेजर नीतू सिंह 9149270225 के अलावा वीमेन पॉवर लाइन के टोलफ्री नम्बर 1090, महिला हेल्पलाइन 181, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076, पुलिस हेल्पलाइन 112, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, स्वास्थ्य हेल्पलाइन 102 एवं एम्बुलेंस हेल्पलाइन 108 पर किसी भी समय सीधे सम्पर्क किया जा सकता है। इस अवसर पर महिला थानाध्यक्ष रेनू सिंह सहित अन्य महिला कांस्टेबल व छात्राएं एवं अध्यापिकाएं तथा सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)

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