धर्मेन्द्र कसौधन(ब्यूरो-बहुआयामी समाचार):
केंद्रीय गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला : केंद्रीय सशस्त्र बलों और असम राइफल्स में अग्निवीरों के लिए आरक्षित होंगी 10% सीटें, उम्र सीमा में भी मिली छूट… सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को तय ऊपरी आयु सीमा से 3 साल की छूट दी जाएगी। वहीं, अग्निवीर के पहले बैच के लिए आयु में छूट निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से 5 वर्ष के लिए होगी।
अग्निपथ योजना को लेकर बवाल के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला किया है। मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र सैनिक बलों (CAPFs) और असम राइफल्स में अग्निवीरों की भर्ती के लिए 10% सीटों को आरक्षित करने का फैसला किया है। इसके अलावा, अर्ध सैनिक बलों और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को तय ऊपरी आयु सीमा से 3 साल की छूट दी जाएगी। अग्निवीर के पहले बैच के लिए उम्र में छूट निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से 5 वर्ष के लिए होगी।
एक अधिकारी ने कहा, “अर्धसैनिक बलों और असम राइफल्स में 10% सीटें आरक्षित करने का निर्णय उन युवाओं को कुछ हद तक ‘स्थायी नौकरी’ का आश्वासन देगा, जो देश भर में ‘अग्निपथ’ योजना का हिंसक विरोध कर रहे हैं। आयु में 3 साल की छूट भी अधिकतर अग्निवीरों को सीएपीएफ में आने में मदद करेगी, जिनकी सशस्त्र बलों में चार साल की सर्विस पूरी हो चुकी है।”
अग्निवीरों की भर्ती के लिए अधिसूचना दो दिन जारी हो जाएगी।इन्हीं विरोध के बीच तीनों सेनाओं ने शुक्रवार को ऐलान किया कि अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया अगले हफ्ते शुरू हो जाएगी। थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बताया कि दो दिनों में अधिसूचना जारी हो जाएगी। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि वायुसेना 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। नौसेना भी जल्द तिथि का ऐलान करेगी।
थल सेना प्रमुख ने कहा कि इस साल दिसंबर तक पहले अग्निवीर का प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा और अगले साल जून तक तीनों सेनाओं में इन्हें तैनात कर दिया जाएगा।
युवाओं को मौके मिलेंगे: जनरल मनोज पांडे ने कहा कि आयु को बढ़ाकर 23 वर्ष करने संबंधी सरकार का निर्णय सेना को मिल गया है। यह उन देशभक्त युवाओं को अवसर प्रदान करेगा, जिन्हें कोरोना की वजह से मौका नहीं मिल पाया था। अधिसूचना http://joinindianarmy.nic.in पर जारी की जाएगी। सेना प्रमुख ने कहा, मुझे लगता है कि युवाओं को इस योजना के बारे में पूूरी जानकारी नहीं है। जब वह समझ जाएंगे, तब उन्हें इस योजना पर विश्वास हो जाएगा।
थल सेना, नौसेना और वायु सेना में ‘अग्निपथ’ योजना के तहत भर्ती होने वाले ‘अग्निवीरों’ को केंद्रीय सशस्त्रत्त् पुलिस बलों (सीएपीएफ) और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि योजना के तहत चार साल की सेवा पूरी करने वालों को यह लाभ मिलेगा। इसके अलावा, यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा और मध्य प्रदेश ने पुलिस भर्ती में इन्हें प्राथमिकता देने का ऐलान किया है।
चार साल बाद मौका : सरकार ने सेना भर्ती में दशकों पुरानी प्रक्रिया को पूरी तरह बदलते हुए ‘अग्निपथ’ योजना की शुरुआत की है, जिसमें चार साल के लिए युवाओं की भर्ती होगी। इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे थे कि कि चार साल बाद इन युवाओं का क्या होगा। अब राज्य सरकारों और मंत्रालयों ने इन्हें प्राथमिकता देने का ऐलान किया है। एक दिन पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि अग्निपथ के तहत भर्ती किए गए सैनिकों को पुलिस की भर्ती में वरीयता देंगे।
सेना की क्या तैयारी : सेना में अग्निवीरों के चयन को लेकर सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने बुधवार को जवाब दिया। उन्होंने बताया कि अब से 90 दिनों के अंदर पहली भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। और अब से करीब 180 दिनों के बाद पहले बैच के चयनित लोग प्रशिक्षण केंद्रों में होंगे। करीब एक साल बाद सारे अग्निवीर बटालियन का हिस्सा बन जाएंगे। पहले एक साल में करीब 40 हजार लोगों को भर्ती किया जाएगा। ये भर्ती राष्ट्रीय स्तर पर होगी जिसमें छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद 3.5 साल काम करने का मौका मिलेगा। चौथे साल के आखिर में कुल लोगों में से 25 प्रतिशत लोगों को भारतीय सेना में रखने पर विचार कर रहे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक दूरदर्शी एवं स्वागतयोग्य कदम है। फैसले पर विस्तृत योजना तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय से खेल तक, चार साल के बाद अग्निवीरों के लिए यहां होंगे इतने मौके
केंद्र सरकार की ओर से थल सेना, वायु सेना और नौसेना में भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ स्कीम’ का जमकर विरोध रहा है। जिसके बाद सरकार ने शनिवार को कई और बड़े ऐलान किए हैं। जिनका लाभ ‘अग्निवीरों को मिलेगा। देश की तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ स्कीम’ के विरोध के बीच रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कई बड़े ऐलान किए। रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जो आपेक्षित पात्रता मानदंड को पूरा करेंगे उन ‘अग्निवीरों’ के लिए रक्षा मंत्रालय में 10 फीसदी रिक्तियों को आरक्षित किया जाएगा। सरकार ने यह भी साफ किया है कि यह कोटा पूर्व सैनिकों को मिलने वाले कोटे से अलग होगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा, मैं युवाओं से अपील करता हूं कि हिंसा सही तरीका नहीं है। सरकार आपकी चिंताओं को गंभीरता से सुन रही है। युवा मामले और खेल मंत्रालय भी 4 साल की सेवा के बाद उनके लिए कुछ करने पर विचार कर रहा है। वहीं नागर विमानन मंत्रालय ने भी कहा कि वह अपनी विभिन्न सेवाओं में अत्यधिक कुशल, अनुशासित और प्रेरित ‘अग्निवीर’ को शामिल करने के लिए तत्पर है।
रक्षा मंत्रालय की नौकरी में 10 फीसदी का कोटा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय में नौकरी की 10 फीसदी रिक्तियों को आरक्षित करने के प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इन प्रावधानों को लागू करने के लिए प्रासंगिक भर्ती नियमों में जरूरी संशोधन किए जाएंगे। इसके अलावा रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों को सलाह दी जाएगी कि वे अपने संबंधित भर्ती नियमों में भी समान संशोधन करें।
पूर्व सैनिकों के कोटे से होगा अलग
आवश्यक आयु में छूट का प्रावधान भी किया जाएगा। इसके अलावा भारतीय तटरक्षक बल और डिफेंस सिविल पोस्ट के लिए और रक्षा क्षेत्र की सभी 16 सार्वजनिक उपक्रमों की नौकरियों में 10 फीसदी रिक्तियों को आरक्षित किया जाएगा। सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि यह आरक्षण पूर्व सैनिकों को मिलने वाले कोटे से अलग होगा।
खेल मंत्रालय देगा फिजिकल एजुकेशन टीचर की ट्रेनिंग
इस बीच खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने ऐलान किया कि चार साल की सेवा पूरी करने के बाद अग्निवीरों के लिए खेल मंत्रालय भी सही मौके देगा। उन्होंने कहाकि जो लोग फिजिकल एजुकेशन टीचर बनना चाहेंगे उनके लिए सरकार क्रैश कोर्स और ट्रेनिंग मुहैया कराएगी। अनुराग ठाकुर के मुताबिक विभिन्न राज्यों में फिलहाल 15 लाख फिजिकल एजुकेशन टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। इसलिए हम इस दिशा में भी विचार कर रहे हैं।
नागर विमानन मंत्रालय का यह ऐलान
वहीं नागर विमानन मंत्रालय ने चार साल की नौकरी पूरी कर चुके अग्निवीरों के लिए खास ऐलान किया है। इसके मुताबिक इन्हें एयर ट्रैफिक सर्विसेज और एयरक्राफ्ट टेक्नीशियन सर्विसेज में मौका दिया जाएगा। साथ ही एयरक्राफ्ट के मेंटेनेंस, रिपेयरिंग और ओवरहॉलिंग से जुड़ी जिम्मेदारी भी यह संभाल सकेंगे। इसके अलावा मीट्रियोलॉजिकल और एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेटर सर्विसेज, फ्लाइट सेफ्टी, प्रशासनिक, फाइनेंस, आईटी एंड कम्यूनिकेशन स्टाफ और मिनिस्ट्री के मैनेजमेंट विंग्स में लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन की जिम्मेदारी दी जाएगी।