हरदोई……..ईंट निर्माता कल्याण समिति की बैठक में भट्ठा मालिकों ने कहा कि ईंट निर्माण बंद करना मजबूरी हो गया है क्योंकि सरकार ईंट उद्योग की समस्याओं के प्रति ध्यान नहीं दे रही है।एक ओर जीएसटी की दरें बढ़ा दी गई हैं, तो दूसरी तरफ कोयला के दाम काफी बढ़ गए हैं। इसके साथ ही ईंट की पथाई के लिए मिट्टी के खनन को लेकर भी तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भट्ठों को चलाना मुश्किल भरा हो गया है।एक रिसार्ट परिसर में आयोजित बैठक में समिति अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने कहा कि समस्याओं के निस्तारण को लेकर जिलों से लेकर दिल्ली तक प्रदर्शन किया गया।
सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित कराते हुए बढ़ी जीएसटी दरों का वापस करने, कोयला के दामों पर लगाम लगाने एवं मिट्टी खनन आदि की दिक्कतों को दूर करने की मांग की गई।
मगर सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। गांव का यह सबसे पुराना कुटीर उद्योग बंद होने की कगार पर है। भट्ठा बंद होने से हजारों श्रमिक बेरोजगार हो जाएंगे।मजबूरी में हमें भट्टों पर इस साल हड़ताल करने का निर्णय लेना पड़ रहा है। बैठक में समिति उपाध्यक्ष विमल गुप्ता, महामंत्री योगेंद्र मिश्रा सहित अन्य भट्ठा मालिकों एवं संचालकों ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस साल ईंट का निर्माण नहीं करेेंगे।
क्योंकि बढ़ी हुई जीएसटी दरों एवं कोयला आदि की समस्याओं के चलते ईंट बनाकर बेंच पाना संभव नहीं है। बैठक में आलोक अग्रवाल, मोहित अग्रवाल मौजूद रहे।

रिपोर्ट पुनीत शुक्ला

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