देश में लागू हो पाच लाख क़ा एजुकेशन कार्डः अजीत सिंह ॥
रोहित सेठ
सवर्ण विकास मंच ने कई बार पीएम को भेजा है पत्र देश के प्रत्येक परिवार को पांच लाख का दिया जाए कार्ड ॥
डेढ लाख करोड़ के बजट से लागू होगा एजुकेशन कार्ड॥
वाराणाभी। सवर्ण विकास मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह ने वाराणसी में प्रेस कांफ्रेस करके कहा कि देश में पांच लाख क़ा एजुकेशन काई लागू होना चाहिए। आने वाले दिनों में आयुष्मान कार्ड को लागू करा ही हमारा संगठन दम लेगा। लागू होने से देश के गरीब परिवार के बच्चे टैलेंट के आधार पर हिन्दुस्तान के किसी भी कोने में बिना पैसे के पढ़ाई कर सकेंगे। उनक कीस एजुकेशन कार्ड से भरी जाएगी। इसके लिए देश स्तर पर नेशनल एजुकेशन फंड की स्थापना की जाए। पूरे देश में वर्ष 2024- 2025 में मोदी सरकार ने 62 लाख करोड़ का आम बजट पेश किया है। जिसमें करीब 48 लाख करोड़ रुपये की धनराशि सरकार को विभिन्न प्रकार के टैक्स से मिलती है। शेष धनराशि सरकार देश के विभिन्न बैंकों के साथ विदेश से कर्ज लेती है॥इस बार देश में 1लाख 20 हजार करोड रुपए का शिक्षा का बजट पेश किया गया है इसके साथ ही मुफ्त राशन पर सरकार हर वर्ष गरीब और कल्याण योजना के तहत 2 लाख़ करोड़ खर्च करती हैं इस योजना से अमीर लोगों को भी राशन दिया जा रहा है हमारी सरकार से यह मांग है कि सिर्फ गरीब और असक्षम लोगों को ही राशन दिया जाए 2 लाख करोड रुपए में से 1 लाख़ करोड रुपए नेशनल स्तर पर स्थापित होने वाले नेशनल एजुकेशन फंड मैं धनराशि जमा किया जाए॥
इस कार्ड के बन जाने से देश के गरीब माता-पिता को अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए खेत गिरवी नहीं रखना पड़ेगा आज तक सियासी दलों ने शिक्षा के नाम पर गरीबों को थमने का काम किया है एजुकेशन कार्ड की मांग को लेकर पूरे देश में सवर्ण विकास मंच तेजी से अपने संगठन का विकास कर रहा है अभी तक दिल्ली महाराष्ट्र मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल में संगठन का विस्तार करके एजुकेशनल कार्ड की मांग की जा रही है एजुकेशन कार्ड के लिए पांचवीं बार प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखा गया है एजुकेशन कार्ड लागू होते ही पत्रकार अधिवक्ता किसान मजदूर नौजवान छात्र सहित सभी वर्गों को बड़ा लाभ मिलेगा अभी तक देश के पत्रकारों के विषय में किसी भी पार्टी की सरकार ने नहीं सोचा लेकिन सवर्ण विकास मंच चाहता है कि देश के पत्रकारों को भी योजना का लाभ मिले और वह तरक्की के रास्ते पर चलकर अपने बच्चों के सपनों को सच कर सके॥