श्रीराम कथा – नवम दिवस

रोहित सेठ

रावण को राम ने नही, उसके अहम ने मारा – बालव्यास॥
राम राज्यभिषेक पर सजी राम दरबार की झाँकी॥


वाराणसी,30 जुलाई। श्री काशी सत्संग सेवा समिति के तत्वावधान में महमूरगंज स्थित शुभम लॉन में चल रही दस दिवसीय श्रीराम कथा के नौवें दिन मंगलवार को कथा रसपान कराते हुए कथा मर्मज्ञ पं. श्रीकांत शर्मा बालव्यास ने कहा कि जो जीवन मे प्रभु का भजन नही करता, विपत्ति ही उसके जीवन की साथी होगी। माता सीता के लंका में राक्षसों से घिरे रहने के बावजूद उनपर कोई विपदा नही आई क्योंकि वे हर क्षण प्रभु का ही स्मरण करती रहती थी। जीव शिवोहम शिवोहम करते हुए शिव में समाहित हो जाता है, उसी प्रकार माँ सीता भी राम राम करते हुए राममय हो गयी। उन्होंने कहा कि रावण का सर्वनाश उसके अहंकार के कारण हुआ, रावण को राम ने नही बल्कि उसके अहम ने मारा। सबके बार बार समझाने के बावजूद उसे प्रभु धर्म अधर्म के बीच का अंतर नही समझ आया।
बालव्यास ने कहा कि जिसे राम ठुकरा देते है तो उसे सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में कोई नही शरण दे सकता, लेकिन जिसने प्रभु की शरणागति ले ली, वह सदा सदा के लिए धन्य हो जाता है। विभीषण इसके श्रेष्ठ उदाहरण है।विभीषण रावण द्वारा दुत्कारा गया, लेकिन राम ने जब उसे शरणागति दी तो सीधे लंकाधिपति बना दिया।

युवा मंच, वरुणा शाखा ने सजायी राज्याभिषेक की झाँकी- कथा प्रसंग में राम राज्याभिषेक के अवसर पर मारवाड़ी युवा मंच, वरुणा शाखा द्वारा मंगल उत्सव मनाया गया। इस मौके पर सदस्यों द्वारा राम दरबार की भव्य झाँकी सजाई गई। गुलाबी साड़ी पहने महिलाओं का समूह हाथ मे लाल ध्वजा लिए ‘अयोध्या आये मेरे प्यारे राम, बोलो जय श्री राम’, ‘मेरी चौखट पर चलकर राम आये है’, चलो अयोध्या नगरी को राजा राम पधारे’, आदि गीतों पर समूह नृत्य प्रस्तुत किया। इसमें मुख्य रूप से अध्यक्ष पूनम केजरीवाल, सचिव श्वेता खेतान, कोषाध्यक्ष श्रद्धा अग्रवाल के अलावा दीपा सराफ, नेहा अग्रवाल, श्रेया केजरीवाल, मुस्कान झुनझुनवाला, तनुश्री, सुधा अग्रवाल, निर्मल निमामी, सपना सराफ, किरण रतेरिया, सुमति अग्रवाल आदि सदस्य शामिल रही। कथा के अंत में राम दरबार की काशी की विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती की तर्ज पर भव्य आरती उतारी गई, डमरू दल ने डमरू वादन कर सम्पूर्ण प्रांगण गुंजायमान कर दिया।

षष्ठ पीठाधीश्वर ने भी दिया आशीर्वचन -*गोपाल मंदिर, चौखम्भा के षष्ठ पीठाधीश्वर गोस्वामी श्रीश्याम मनोहर जी महाराज ने भी कथा में भक्तों को आशीर्वचन दिया। उन्होंने कहा कि राम और कृष्ण में कोई भेद नही है, प्रभु श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम है तो श्रीकृष्ण परम ब्रह्म है।

धानुका परिवार ने किया व्यासपीठ का पूजन – नौवें दिन कथा के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य यजमान दुर्गा देवी धानुका, गणपत राय धानुका, किरण धानुका, गौरीशंकर धानुका, वर्षा धानुका, अंकित धानुका, श्रेया धानुका, वंशिका, विदुषी धानुका अवधेश खेमका महेश चौधरी ने सबसे पहले प्रभु श्रीराम की दिव्य प्रतिमा का पूजन किया तत्पश्चात साविधि व्यासपीठ का पूजन किया गया।
आरती में मुख्य रूप से महावीर प्रसाद बजाज, दीपक बजाज, भरत सराफ, राधे गोविंद केजरीवाल, अनूप सराफ, सुरेश तुलस्यान, शान्ति देवी रूंगटा, श्याम बजाज, वेद मूर्ति शास्त्री, मनीष गिनोडिया, श्याम लोहिया, कृष्ण कुमार काबरा, संचित केजरीवाल, श्याम केजरीवाल, मनीष मरोलिया, आयुष मुरारका अमित कुमार अग्रवाल , आकाश अग्रवाल यश पाल एडवोकेट आदि शामिल हुए। संचालन महेश चौधरी ने किया।

सूचना -दस दिवसीय कथा के अंतिम दिन बुधवार को प्रातः 09 बजे से कथा स्थल पर ही महारुद्राभिषेक का आयोजन किया गया है। बालव्यास पं. श्रीकांत शर्मा जी द्वारा विश्वकल्याण के निमित्त महारुद्राभिषेक सम्पन्न किया जाएगा।

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