रिपोर्ट राहुल राव ✍️✍️
गांव से बेहतर जीवन कोई नहीं हो सकता..!
गांव ही है जो लोगों को अपनेपन का अहसास दिलाता है और गांव में शहरों की तरह आपाधापी नहीं होती है।गांव का जीवन बहुत सरल और शांत स्वभाव का होता है लेकिन आज तेजी से गांव खाली होते जा रहे हैं हर कोई शहर की ओर बढ़ रहा है कारण सुविधाओं की कमी और यही वजह है कि शहर फैलते जा रहे हैं और समस्याएं भी बढ़ती जा रही हैं!शहर हमेशा से रोजी-रोटी के लिहाज से आकर्षण का केंद्र रहे हैं इसीलिए गांव की एक बड़ी आबादी शहरों की ओर पलायन कर रही है। ऐसे में शहरों में इतनी बड़ी आबादी की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता नहीं बची है भीड़भाड़ भरे माहौल में रहने के चलते शारीरिक और मानसिक बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं। असली भारत गांवों में ही बसता है ऐसे में जरूरी है गांवों से पलायन को रोकना! इसलिए गांवों के विकास पर विशेष ध्यान देना होगा देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाली जनसंख्या को मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ आधुनिक तकनीक भी उपलब्ध करवानी चाहिए वहां अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही रोजगार के साधन उपलब्ध करवाने चाहिए खेती पर ध्यान देना होगा,आज शहरों की तर्ज पर ही गांवों पर भी ध्यान देना होगा!बल्कि यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि गांव से बेहतर जीवन कोई नहीं हो सकता है।