जिलाधिकारी ने राजस्व कार्यो की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
रोहित सेठ
राजस्व वादों का निस्तारण प्राथमिकता पर सुनिश्चित करें-एस. राजलिंगम।
जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने सर्किट हाउस सभागार में गुरुवार को राजस्व कार्यों की समीक्षा के दौरान राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाए जाने पर विशेष जोर देते हुए निर्देशित किया कि पुराने राजस्व वादों को प्राथमिकता पर निस्तारित करें। उन्होंने लंबित एवं विवादित प्रकरण, दाखिल खारिज आदि के प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने पत्रावलियों के रखरखाव के संबंध में कहा की सभी पुराने वाद पत्रावलियो पर लाल पर्ची चिपकाये। तीन साल से अधिक अवधि के सभी वादों मेरिट के आधार पर निस्तारण कराए। उन्होंने जन शिकायतों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में निस्तारण सुनिश्चित कराए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आईजीआरएस शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता में है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई पोर्टल पर कोई भी संदर्भ डिफाल्टर न होने दें। उन्होंने कहा कि आईजीआरएस पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण ससमय गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। शिकायत के निस्तारण के बाद शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि जिस स्तर पर शिकायत लंबित है या शिकायतकर्ता असंतुष्ट है, तो उसका कारण जानकर शीघ्र समाधान कराना सुनिश्चित करें। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाये जाने पर जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि समस्त अधिकारी राजस्व वसूली का कार्य सर्वाेच्च प्राथमिकता के आधार पर करते हुए डिमांड के अनुसार वसूली सुनिश्चित करे। उन्होंने बड़े बकायेदार की सूची बनाकर उनको नोटिस जारी किए जाने हेतु भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।