आपको बताते चलें कि लखीमपुर खीरी के भगवानदीन आर्यकन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ वीणा गोपाल मिश्रा को प्रबंध समिति के सचिव मुदित दीक्षित ने समिति के निर्णय के अनुसार निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश में डॉ मिश्रा पर स्टाफ से खराब व्यवहार, अवैध वसूली, प्रबंध समिति के निर्देशों की बराबर अवहेलना आदि आरोप हैं। डॉ मिश्रा केवल कार्यवाहक प्राचार्या कक्ष तक सीमित रहेंगी। फिलहाल कार्यभार वरिष्ठतम सदस्य शिक्षण स्टाफ डॉ शशि प्रभा बाजपेयी के पास है। त्रिसदस्यीय समिति पूरे प्रकरण की जांच करेगी ।बताते चलें कि डॉ निरुपमा अशोक के प्राचार्या पद से रिटायर होने के बाद डॉ सुरचना त्रिवेदी को चार्ज दिया गया था। डॉ मिश्रा की नियुक्ति उच्च शिक्षा आयोग से की गई। उनके जॉइन करते ही प्रबंध समिति से विवाद हो गया। हद तब हो गई जब परिसर में विवाद को शांत करने पुलिस आ गयी। उधर डॉ वीणा गोपाल मिश्रा ने बताया कि आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने पूरे प्रकरण से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( पूर्व में डॉ मिश्रा गोरखपुर मठ के एक कॉलेज में गोरखपुर में प्राचार्या रही है। ) लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, यूपी के उच्च शिक्षा के अधिकारियों को अवगत करा दिया है। उन्हें उम्मीद है कि शीघ्र न्याय मिलेगा।