वाराणसी गैंग रेप घटना पर हटाए गए डीसीपी वरूणा चन्द्र कांत मीना, डीजीपी ऑफिस से संबद्ध, पीएम मोदी आगमन पर सज्ञान लेने के बाद एक्शन

वाराणसी। लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र निवासिनी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में त्वरित कार्रवाई न होने पर डीसीपी वरूणा जोन आईपीएस चंद्रकांत मीणा को हटा दिया गया है। उन्हें डीजीपी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। पीएम मोदी ने वाराणसी आगमन के दौरान एयरपोर्ट पर ही अफसरों से घटना के बारे मे पूरी जानकारी ली थी। वहीं मामले में कठोर कार्रवाई के निर्देश भी दिए
पुलिस कमिश्नरेट के वरुणा जोन के लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र निवासिनी युवती के साथ सात दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म किया गया। आरोपितों ने उसे शहर के अलग-अलग हिस्सों में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले को लेकर लालपुर पांडेयपुर थाने में 12 नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें पुलिस ने नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अज्ञात आरोपितों की पहचान कर रही है। दरअसल, 17 दिन पहले वाराणसी में ग्रेजुएशन की छात्रा से 29 मार्च को 23 लड़कों ने 7 दिन तक गैंगरेप किया था, फिर उसे सड़क पर फेंक कर भाग गए थे। छात्रा बदहवास हालत में घर पहुंची और दो दिन तक बेहोश रही थी। पुलिस ने 23 आरोपियों में से 13 को गिरफ्तार कर लिया है। 10 की शिनाख्त भी हो गई है। पुलिस इन्हें पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। जल्द ही मामले में चार्जशीट दायर की जाएगी। शुक्रवार सुबह पीएम मोदी अपने 50वें दौरे पर वाराणसी पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर उतरते ही पीएम ने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से छात्रा से गैंगरेप केस को लेकर सवाल-जवाब किए थे। उन्होंने कमिश्नर से जताई थी। कहा था- सभी दोषियों पर सख्त एक्शन हो। साथ ही, ऐसी घटना दोबारा न होने पाए। कमिश्नर ने पीएम मोदी को केस की पूरी स्टेटस रिपोर्ट बताई थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 अप्रैल को काशी आगमन के दौरान वारदात का संज्ञान लिया था। उन्होंने एयरपोर्ट पर ही अधिकारियों से घटना के बारे में जानकारी ली। वहीं पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया था।
वाराणसी से रिपोर्ट सलीम जावेद