तहसील बिधूना के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाता के मजरा मेमरेज पुर आल में गाटा संख्या 583,588 का झूठा निस्तारण लगातार कर उच्चधिकारियो को गुमराह करता नजर आ रहा है और अधिकारीगण देहा लेखपाल पर अंकुश लगाने में नाकाम दिख रहे है मामला कुछ इस प्रकार है इस सम्बन्ध में ग्राम पाता निवासी प्रार्थी अमरुद्दीन पुत्र सत्तार खा ने बताया की में एक भूमिहीन परिवार से आता हूँ मेरे पास पूरे हिंदुस्तान में एक इंच भी जमीन नहीं है जिस पर वह रोजगार चलाकर परिवार का भरण पोषण कर सके और न ही उसको पता है मरने के उपरांत उसके दफ़न के लिए कही भी एक इंच भूमि नहीं है की खा दफ़न हो सके जबकि उसके माँ बाप बने मकान के सामने चबूतरे पर दफ़न है इसी उद्देश्य से प्रार्थी ने सन 2017 में ग्राम पाता निवासी कालिंदरी देवी उर्फ़ चन्द्रकांति से गाटा संख्या 583 ममरेजपुर आल में उनकी बनी ईमारत से दक्षिणी तरफ खाली पड़ी भूमि से बनी ईमारत से 60 जमीन खरीदी थी जिसका भूमिधर न होने की बजह से बैनामा नहीं हुआ तो प्रार्थी ने नोटारी करा के रख ली थी जिसे वर्तमान लेखपाल पाता को जमीन संबंधी कई बार कागज दिखाये उसी समय भू स्वामीनी ने तहसीलदार बिधूना के आदेश से उस समय के लेखपाल रामबाबू राठौर से पैमाइश करा कर प्रार्थी को कब्ज़ा दिलाया गया था उसी समय उसी दिन पडोसी न 588 वालों को भी कब्ज़ा दिलाया गया था तो दोनों लोंगो ने अपनी अपनी पक्की नींव भर ली थी लगभग 10 वर्ष वित्त जाने के बाद अचानक पडोसी गाटा संख्या 588 वाले विवाद पैदा कर 583 की भूमि को अपनी बताने लगे टीवी प्रार्थी ने कहा सीमा शरहद से पैमाइश करा लो या अपनी मेड बंदी करा लो यदि आपकी एक भी इंच जगह निकलेगी तो गाटा संख्या 583 बाली खुशी खुशी छोड़ देंगे इस पर वह तैयार नहीं हुये दि -19/03/2025 को प्रार्थी ने एक प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को उक्त समस्या से सम्बंधित प्रार्थना पत्र दिया और सीमा शरहद से पैमाइश कराये जाने की मांग की गईं जिस पर देहा लेखपाल और तहसीलदार की मिलीभगत से वही गोल मोल तरीके से पाजेशन कर मेरी खरीदी हुई जगह में लगभग 50 फुट विपक्षी गण 588 वालों को दे दी और मेरी पड़ी टीन शेड व पक्की भारी नींव पर बुलडोजर चला कर ध्वश्त कर दिया गया तव मेने दि -02/04/2025 को उक्त कार्यवाही से पीड़ित होकर माननीय जिलाधिकारी को फिर प्रार्थना पत्र दिया जिस पर न्याय प्रिय जिलाधिकारी ने SDM बिधूना को आदेशित कर टीम भेज कर समस्या का निस्तारण कराया जाये तथा प्रार्थी का रकवा पूरा कराया जाये फिर भी लेखपाल ने जिलाधिकारी के आदेश को न मानकर और न ही सीमा शरहद से आज तक कोई पैमाइश नहीं करी और झूठा निस्तारण भेज दिया और न ही प्रार्थी का रकवा पूरा किया गया झूठे निस्तारण से परेशान होकर मेने जन सुनवाई पोर्टल पर दिनांक 21/04/2025 को एक शिकायत दर्ज की जिसमे भी मेने दोनों उक्त गाटाओ की सीमा शरहद से पैमाइश की मांग की जिस पर लेखपाल ने कोई पैमाइश नहीं करी और झूठा निस्तारण डालकर उच्च अधिकारियो को गुमराह कर रहा है इस झूठे निस्तारण पर दिनांक 20/05/2025 को फिर शिकायत की देखते है क्या होता है न्याय मिलता है या नहीं ये प्रशासन पर निर्भर है आगे प्रार्थी का कहना है की मेने बार बार प्रार्थना पत्र में पूर्व लेखपाल राम बाबू राठौर व वर्तमान लेखपाल अगम तिवारी दोनों लेखपालों को मोके पर भेज कर और दूसरी तहसील की टीम से निष्पक्ष पैमाइश करा दि जाये तभी दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा जिससे पता चल सके की को लेखपाल ने सही पैमाइश की थी लेखपाल अगम तिवारी अपने चहेतो की भूमि वचाने के चक्कर में सही पैमाइश नहीं कर रहे और दोनों गाटाओ को लड़ाने का धीरे धीरे संयन्त्र रच रहे है ज़ब इस सम्बन्ध में पूर्व लेखपाल रामबाबू राठौर से उक्त प्रकरण के सम्बन्ध में बात की तो उन्होंने बताया मेरी पैमाइश 10वर्ष पूर्व सही की थी मेने कोई गलत पैमाइश नहीं की 2-4 फुट का अंतर हो सकता है लेकिन 50फुट का अंतर कभी नहीं हो सकता अगर प्रशासन चाहे तो मुझे बुलाकर पैमाइश करा सकता में दूध का दूध और पानी का पानी कर दूंगा की हमने सही पैमाइश करी या वर्त्तमान लेखपाल ने अब देखना ये होगा गरीव को न्याय मिलता है या नहींक्रासर -1-देहा लेखपाल अपने चाहेतो की भूमि बचाने के चक्कर में नहीं कर रहा सही पैमाइश 2-अवतक सारे किये निस्तारण ऐसे झूठे 3-तहसीलदार को गुमराह कर प्रार्थी के जमीन पर चलाया बुलडोजर 4-आखिर क्यों नहीं बुलाया जा रहा पूर्व लेखपाल को जिससे सावित हो सके कौन लेखपाल सही और कौन गलत है
