कमेटीदस और उससे ज्यादा कीमत के 30500 स्टांप पेपर हैं शामिलबिजनौर। मार्च में हुई कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसले के बाद राज्य में 10 हजार और उससे ज्यादा कीमत के स्टांप पेपर चलन से बाहर हो गए हैं। जनपदों के कोषागारों में इस मूल्य वर्ग के जो स्टांप हैं, उन्हें नष्ट करने के आदेश जारी किए गए हैं। बिजनौर में भी करीब 36 करोड़ रुपये कीमत के स्टांप पेपरों को जलाकर नष्ट किया जाएगा। इसके लिए कमेटी बना दी गई है।ई-स्टांप के चलन के बाद अधिक मूल्य वर्ग के स्टांप पेपर की मांग कम हो गई है। मार्च माह में प्रदेश सरकार ने 10 से 25 हजार रुपये कीमत के स्टांप पेपरके चलन पर रोक लगा दी थी। जनपद के कोषागार में 10 से 25 रुपये कीमत के 30500 स्टांप पेपर हैं, जिनका मूल्य लगभग 36 करोड़ है। चलन से बाहर होने के बाद स्टांप पेपरों को जलाकर नष्ट करने का निर्णय लिया गया है। एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटी अपनी निगरानी में स्टांप पेपरों को जलाएगी। इस कमेटी में एआईजी स्टांप, वरिष्ठ कोषाधिकारी, सीओ सिटी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी तथा एक मजिस्ट्रेट को नामित किया गया है।बाक्स पंजीकरण में ई-स्टांप के प्रयोग पर जोरस्टांप पेपरके प्रयोग को लेकर पूर्व में गड़बड़ियों के आरोप लगे हैं। इसके चलते सरकार ई-स्टांप को बढ़ावा देना चाहती है। यह आसान भी है। बड़े मूल्य के स्टांप खरीदने के लिए लोगों को परेशान नहीं होना पड़ता है। बैनामा, किराया आदि के पंजीकरण में अब ई-स्टांप का चलन भी बढ़ रहा है। इसलिए बड़े मूल्य के पेपर स्टांप की मांग कम हो गई। इसके चलते सरकार ने 10 से 25 हजार मूल्य के स्टांप पेपर का चलन रोक दिया। इससे कम मूल्य के स्टांप पेपर चलन में रहेंगे।सुरक्षा में तैनात रहेगी पुलिसस्टांप पेपर के निस्तारण के लिए गठित टीम में सीओ भी शामिल होंगे। इस दौरान सुरक्षा के लिए से पुलिस भी तैनात रहेगी। इसके अलावा बड़ी मात्रा में स्टांप के जलने के कारण आग इधर-उधर न फैले इसे रोकने के लिए अग्निशमन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। आग बुझाने के लिए अग्निशमन की गाड़ी भी मौके पर मौजूद रहेगीबाक्स एडीएम वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में कमेटी गठित हुई थी। हमारे यहां करीब 30500 स्टांप हैं और उनकी अनुमानित लागत करीब 36 करोड़ है। इसी सप्ताह स्टांप पेपरों को जलाने की प्रक्रिया कमेटी के सामने की जाएगी। – वीएस तिवारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी बिजनौर
