डी. पी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सहसवान में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत बाल श्रम निषेध दिवस की जानकारी दी गई । छात्र को बाल श्रम निषेध के बारे में जानकारी दी गई। प्राचार्या डॉ शुभ्रा माहेश्वरी ने विद्यार्थियों को बाल श्रम न करवाने का संदेश दिया।हम लोग कम खर्च पर छोटे छोटे बच्चों को काम पर रख लेते हैं और उनसे कार्य करवाते हैं फिर चाहे वह मजदूरी हो , गृहकार्य या फैक्ट्री, कारपेंटर आदि कुछ भी । हम काम लेकर उनका बचपन छीन लेते हैं। उन्हें उनका बचपन लौटायें, भविष्य उनका सुदृढ़ बनायें। सह संयोजक श्री दिव्यांश सक्सेना ने चाइल्ड लेबर के बारे में जानकारी दी।
डॉ मुकेश राघव ने बाल श्रम निषेध दिवस पर बाल श्रमिकों से कार्य न लेने की बात कही। शिक्षक वर्ग में विनोद यादव, वैभव तोमर, भूपेंद्र माहेश्वरी, सत्यपाल राव आदि रहे। विद्यार्थियों ने अपने आस पड़ोस में मैकेनिक व वाहन सही करने वाले बच्चे, सब्जी बैचते बच्चे आदि के नाम गिनाये और बाल मजदूरों से श्रम न लेने व उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित करने की बात कही।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)