भारत की प्रतिष्ठित संस्था बहुआयामी शिक्षा तकनीकी अनुसंधान ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान के एम आमिश जी का हाल ही में लखनऊ विज्ञान नगरी के विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के नैनो तकनीकी चेंबर में जाना हुआ ज्ञात हो कि के एम आमिश जी विज्ञान नगरी लखनऊ के सहायक सदस्य के तौर पर भी जुड़े हुए हैं नैनो तकनीकी में दिखाई गई झांकियों में से सुझाव प्रेषित किया है कि नैनो तकनीकी की आवश्यकता दिन पर दिन तेजी के साथ बढ़ती जा रही है ऐसे में नैनो के क्षेत्र से संबंधित अनेक प्रकार की झांकियों को बढ़ाया जा सकता है जिसको बोर्ड व LCD के माध्यम से चित्रण कराते हुए के बारे मे उसके गुणों, प्रॉपर्टीज व एप्लीकेशन को बतलाया जा सकता है यह भी बताया कि नैनो तकनीकी भविष्य में किस प्रकार से कारगर होती जा रही है और किस प्रकार से समाज में बदलाव करने वाली है उनके मुताबिक अधिकतर बजारी प्रोडक्ट से नैनो तकनीकी की सहायता से छुटकारा पाया जा सकता है उन्होंने यह भी बताया कि नैनो तकनीकी ने ऐसे भी क्लॉथ बनाए जा चूके हैं जिससे कि मनुष्य को दृश्य ट्रांसपेरेंट किया जा सकता है जिस क्लॉथ को प्रदर्शनी में लगाने की भी आवश्यकता है साथ ही साथ बकमिंस्टर फुलर कार्बन नैनोट्यूब सिंगल वाल व मल्टीवॉल ग्रेफिन सीट के अतिरिक्त लगभग 40 से अधिक क्षेत्रों को गिनाया जा सकता है जिस की प्रदर्शनी लगाने पर अनेक प्रकार के स्कूली छात्र छात्राओं का नैनो तकनीकी के प्रति रुझान बढ़ेगा और भारत सरकार नैनो तकनीकी के लिए एक विशेष फंड मुहैया कराएगी जिससे स्वदेशी भारत के सपनों को भी हम पूरा कर सकेंगे नैनो तकनीकी आने वाले समय में एक चमत्कारी विज्ञान साबित होगा नैनो तकनीकी के महत्व पर प्रश्न पूछे जाने पर बताया कि यह अपने भौतिकी, रसायनकी, ऑप्टिकली,विद्युतीय, चुंबकीय, गुणों के कारण अनोखी हो जाती है जिसका उपयोग औषधीय, अंतरिक्ष, ऊर्जा, कृतिम पॉलीमर, आदि के क्षेत्र में अति महत्वपूर्ण हो जाता है अंत में बहुआयामी संस्था के माध्यम से भारत सरकार का संपूर्ण भारत में बनी विज्ञान नगरीयों की ओर भी ध्यान आकर्षित कराना चाहती है उनका कहना है कि सरकार इस ओर ध्यान आकर्षित नहीं कर रही है भारत के लोगों की मानसिकता विज्ञान की ओर शामिल कराते हुए कहते हैं कि विज्ञान नगरी में लगाए गए समस्त प्रकार के उपकरण के लिए दिशानिर्देश गाइडलाइन जारी की गई है जिसको छात्र या शिक्षक गण आने वाले दर्शक बगैर पढ़े हुए बटन को दबाने का काम करते हैं जिसे परिणाम उनके मन मुताबिक नहीं आ पाता और वह अपने बच्चों को विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा देने में असमर्थ दिखाई देते हैं ऐसे में निराशा पनप रही है विज्ञान प्रदर्शनी में साइमैक्स शो 3D शो दिखाए जा रहे हैं जिस पर यह आरोप लगाया है कि एक ही सो पिछले 5 सालों से चलाया जा रहा है दर्शक लगातार बोर होते जा रहे हैं ऐसे में दर्शकों का रुझान विज्ञान नगरी के प्रति ना के बराबर देखने को मिल रहा है इसके अतिरिक्त तारामंडल के अतिरिक्त अन्य सो का प्रदर्शन किया जाता रहा है वर्तमान में निराशा का सामना करना पड़ रहा है जो की चिंता का विषय है।
साइंस सिटी विज्ञान नगरी लखनऊ सदस्य तथा बहुआयामी शिक्षा तकनीकी अनुसंधान ऑर्गेनाइजेशन का अध्यक्ष होने के नाते उपरोक्त समस्याओं का निराकरण कराने हेतु विज्ञान नगरी कमेटी व सरकार से उपरोक्त समस्याओं के निराकरण की मांग करती है