हैदरगढ़ बाराबंकी। हैदरगढ़ नगर के पुश्तैनी नगर निवासियों का मानना है कि बाहरी पृष्ठभूमि के लोगों ने हैदरगढ़ को बस अपने निजी स्वार्थ के लिए चारागाह ही समझा है! यही नहीं राजनीतिक दलों के चक्कर में पड़कर हैदरगढ़ वासी समस्याओं के दलदल में फंसे नजर आ रहे हैं। हाल यह है कि अपने नगर की प्रतिभा को दरकिनार कर दूसरों को चुनाव जितवाने के बाद यहां के नागरिक 5 साल तक खून के आंसू रोते नजर आते हैं !ऐसे में इस बार नगर में एक मुहिम है कि हैदरगढ़ का अगला चेयरमैन हैदरगढ़ नगर की मिट्टी में जन्मा हुआ व्यक्ति ही हो।


हैदरगढ़ नगर पंचायत में इस समय चुनावी सरगर्मी तेजी पर है। पूरा नगर पोस्टर , बैनर, होर्डिंग से पटा पड़ा हुआ है। भाजपा, सपा सहित निर्दलीय योद्धाओं की चहलकदमी जारी है। कोई टिकट के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हैं तो कोई निर्दलीय ही हम मैदान जीत लेंगे इस की जद्दोजहद में अपनी पूरी शक्ति लगाता दिखाई दे रहा है ।भाजपा से टिकट पाने के लिए वर्तमान चेयरमैन तो पूरी तरह से निश्चिंत है! वहीं दूसरी ओर भाजपा से ही टिकट पाने के लिए अन्य कई दावेदार सियासी नेताओं अथवा सियासी दरबारों में गणेश परिक्रमा करने में जुटे हुए हैं। उधर दूसरी और समाजवादी पार्टी में भी टिकट पाने को लेकर कई नेता भी अपनी पूरी जुगत लगाए हुए हैं। जबकि निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने वाले कई सियासी योद्धाओं ने अपना चुनाव प्रचार जारी कर रखा है। लेकिन दूसरी तरफ नगर की अंदरूनी सियासी कहानी का हाल कुछ और नजारा प्रस्तुत कर रहा है?
विश्वत सूत्रों एवं अलग-अलग मोहल्लों में की गई चर्चा में एक बात खुलकर आई है। वह यह है कि नगर का बहुतायत एक ऐसा वर्ग है जो नगर का चेयरमैन हैदरगढ़ में जन्मा व्यक्ति हो। इस मुहिम को वह तेजी से आगे बढ़ा रहा है? वार्ता के दौरान कई हैदरगढ़ वासियों ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि आज सियासी दलों को चेयरमैन के पद पर बिठाने के लिए हैदरगढ़ नगर में जन्मा कोई व्यक्ति नजर नहीं आ रहा है? कई नागरिकों ने कहा कि आपसी द्वेष एवं आपसी जलन तथा ना हम बढ़ेंगे ना तुम्हें बढ़ने देंगे! इस कुत्सित सोच ने हैदरगढ़ नगर पंचायत का कचरा कर दिया है। जिसका खामियाजा नगर के निवासी बीते लगभग एक दशक से झेल रहे हैं? नगर के एक वरिष्ठ सियासतदान का कहना हैं कि आज हैदरगढ़ को कुछ ऐसे लोगों की निगाह लग गई है जो कि यहां की मिट्टी का मूल्य क्या है, यहां के सिद्धांत क्या है, इससे वह परिचित ही नहीं है? उनके लिए केवल नगर पंचायत बस कमाई का जरिया ही है? कोई पार्टी के नाम पर चुनाव जीतकर मौज करना चाहता है! तो कोई जाति धर्म के नाम पर चुनाव जीतने का सपना देख रहा है!
कई बुजुर्गों का कहना था कि लोगों को जाति धर्म एवं दल तथा जलन से अलग हटकर नगर के ही किसी लाल को आगे बढ़ाना चाहिए! उनका यह भी कहना था कि भाजपा और सपा को यह चाहिए कि वह नगर पंचायत के चुनाव में स्थानीय व्यक्तियों को टिकट देकर आगे लाएं? चर्चा के दौरान यह भी पता चला कि कई जागरूक नागरिको की तलाश इस बात को लेकर भी है कि उन्हें हैदरगढ़ का कोई व्यवहार कुशल बाहुबली मिल जाए। जो समाज सेवा में भी आगे हो। जिसका व्यवहार सरल हो एवं जिसमें बड़े छोटों का लिहाज करने का जज्बा भी हो! दिल का साफ हो। जिसका चरित्र साफ हो। जिसके सामाजिक जीवन पर कोई दाग न हो! जो ना चापलूसी करता हो और न चापलूसी पसंद करता हो?यही नहीं ऐसा व्यक्ति चाहिए जो की एकता को भी मजबूती से आगे ले जा सके! ऐसी खोज में जुटे हुए लोगों से चर्चा हुई तो उनका कहना था कि हमको हमारा बाहुबली जरूर मिलेगा। क्योंकि इस बार हम सजग हैं, सतर्क हैं।आप देख लेना चुनाव के समय बिल्कुल एक ऐसा नजारा प्रस्तुत होगा कि एक फिल्म का नाम “फटा पोस्टर निकला हीरो” चरितार्थ होता नजर आएगा। नगर वासियों का कहना है कि भाजपा व सपा को भी यह समझना चाहिए।
नगर के लोगों का कहना है कि जब से हैदरगढ़ नगर की बागडोर बाहर से आए लोगों के हाथ में गई है तब से नगर के स्वाभिमान को ठेस पहुंची है! नगर के विकास का आज बुरा हाल है? जल निकासी हो, गंदगी हो अथवा अन्य कोई समस्याएं हो ये नागरिकों को मुंह चिढ़ाते हैं। नगर पंचायत के कई अधिकारी दलालों के चुंगल में फंसे हुए हैं? ऐसे में हैदरगढ़ को यहाँ का लाल चाहिए!जी हां यहां का भैया चाहिए। जो हैदरगढ़ की गलियों एवं हैदरगढ़ की सभी संस्कृतियों तथा नगर की हर विधा से भली-भांति वाकिफ हो। जब यह पूछा गया कि आप का हीरो कौन होगा। तब नागरिकों ने कहा इंतजार करिए। हैदरगढ़ में जन्मा बाहुबली ही हैदरगढ़ नगर का बाहुबली होगा! और फिर लोग देखेंगे हैदरगढ़ नगर पंचायत के चुनाव में” फटा पोस्टर निकला हीरो”।जी हां हीरो!
जागरूक नगरवासी राजू भैया पर लगा सकते हैं दांव नगर पंचायत के होने वाले चुनाव में सामाजिक कार्यकर्ता एवं प्रखर वक्ता पंडित कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया पर सियासी दिग्गजों के निगाहें जमी हुई हैं। नगर हैदरगढ़ की मिट्टी में जन्मे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित शिव सहाय द्विवेदी के प्रपौत्र राजू भैया विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम में लगातार चर्चा में रहते हैं।अत्यंत व्यवहार कुशल एवं हैदरगढ़ नगर की माटी से कई पीढ़ियों का उनका परिवारिक संबंध उन्हें बदली हुई राजनीतिक दिशा में केन्द्र बिंदु बनाता नजर आ रहा है।संभावित इस चुनाव में राजू भैया को लेकर उनके कई विरोधियों एवम स्थानीय नागरिकों व बुद्धिमान नगर निवासियों का मिजाज बदला दिखता है। लोगों को लगता है की हैदरगढ़ नगर में राजू भैया जैसे लोगों को नगर का नेतृत्व करने के लिए आगे आना चाहिए और नागरिकों को भी उन्हे आगे लाना भी चाहिए। वे हर तरह से इसके लिए योग्य भी है। फिलहाल राजू भैया सामाजिक एवं सांस्कृतिक तथा धार्मिक कार्यक्रमों में व्यस्त है। जबकि सियासी दरबारों में जहां उनकी चर्चा है वहीं कई सियासी दिग्गजों की निगाहें भी उन पर एवं उनकी गतिविधियों पर जमी हुई है?

मुरारी यादव बाराबंकी जिला संवाददाता

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