✍🏼 रिपोर्ट राहुल राव
(मध्य प्रदेश ब्यूरो)
जयपुर।श्री श्री 1008 श्री गंगादास जी महाराज, श्री बालाजी मंदिर आश्रम हीरावला के कर कमलों द्वारा व हमारी संस्था ,, ब्रह्मभट्ट समाज विकास समिति जयपुर,, के द्वारा गया।
राजेंद्र भट्ट ने बताया की कार्यक्रम सत्यनारायण भट्ट पूर्व प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में, श्रीगणेश भट्ट सहायक प्रशानिक अधिकारी के मुख्य आथित्य में एवम लेखक विष्णु चरण भट्ट के विवेचन में संपन्न हुआ। पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए सत्यनारायण भट्ट ने बताया कि पुस्तक ब्रम्हभट्ट जाति के आचार विचार और व्यवहार का अमृत है, जिसे अभी ब्रम्हराव वंशियो को ग्रहण करना चाहिए।
भट्ट भाषा विषारद सी एम भट्ट ने कहा कि ब्रम्हभट्ट राव वह कुल जाति है, जिसने सुप्त समाज को सदैव जागृत करके सनातन धर्म की रक्षा की है। बहिन कमला भट्ट ने कहा कि भिन्न भिन्न नामों से विभूषित इस जाति को अपना मूल आस्पद ब्रम्हभट्ट अपनाकर संपूर्ण समाज का विहंगम रूप विश्व के सामने लाना चाहिए। पुस्तक के लेखक विष्णु चरण भट्ट ने कहा कि पुस्तक स्कंद पुराण का संक्षिप्त स्वरूप है, जिसका अभिन्न अंग”भट्टोपाख्यान” ब्रम्हभट्ट राव जागा बड़वा बारोट कुल का प्रामाणिक दस्तावेज है। लेखक ने कहा कि पुस्तक को पढ़े, मनन करें एवम आत्मसात करें। कार्यक्रम में कुमारी संतोष भट्ट, छात्रसंघ उपाध्यक्षा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। राजेश राव केंकड़ी, योगेश कट्टा, राजेंद्र भट्ट, पवन भट्ट, वीरेंद्र भट्ट, भगवान भट्ट निवाई, धर्मराज भट्ट कुशयता, गिरधारी लाल भट्ट, रामचंद्र भट्ट, बाबूलाल कट्टा , प्रदीप जी, भंवरलाल जी समस्त ब्रह्मभट्ट समाज उपस्थित थे।