आज दिनांक 15 मार्च विश्व उपभोक्ता दिवस की आवश्यकताओं को समझते हुए भारत की प्रतिष्ठित पंजीकृत संस्था बहुआयामी शिक्षा तकनीकी एम अनुसंधान ऑर्गेनाइजेशन व बहुआयामी प्रकाशक के माध्यम से भारतीय वैज्ञानिकों का मनोबल बढ़ाने व उनके द्वारा किए गए अति महत्वपूर्ण कार्यों को आम जन तक पहुंचाने के लिए अति महत्वपूर्ण पुस्तक नोबेल नहीं तो क्या हम और विश्व में हमारा योगदान का प्रकाशन सफलतापूर्वक किया गया प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पुस्तक में लेखक के एम आमिश के द्वारा 58 पुरुष वैज्ञानिकों तथा 75 महिला कुल मिलाकर 133 वैज्ञानिकों का जीवन परिचय संघर्ष बायोग्राफी को सरलता पूर्वक वर्णित किया है जिसमें शिक्षण के दौरान उनके द्वारा किए गए संघर्ष पर विशेष ध्यान आकर्षित किया गया है उनका मानना है कि भारत के वैज्ञानिकों में प्रतिभा अनेक प्रकार की अनेक विषयों में दिखाई देती है और समय-समय पर विभिन्न प्रकार के शोध पत्र जॉर्नलो में प्रकाशन होता रहता है और विश्व में अनेक देशों में भारतीय पेटेंट आसानी से देखने को मिल जाते हैं पर ऐसे में भारतीयों को पेटेंट के लिए नामित नहीं किया जाता भारतीय वैज्ञानिकों की कार्यकुशलता को देखते हुए लेखक ने पुस्तक का नाम नोबेल नहीं तो क्या रखा और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले रिसर्च शोधको युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक पुस्तक साबित हो रही है यह पुस्तक पूर्णतया रंगीन व टेबुलेटेड फॉर में समराइज की गई है जिसमें पवैज्ञानिको की बायोग्राफी से संबंधित उसकी जन्मतिथि, जन्म स्थान व विशेष योगदान व स्वर्ग दिवस के बारे में संक्षेप में जानकारी उपलब्ध कराई गई है। जिसमें लेखक ने सहयोग देने वाले एरा विश्वविद्यालय के बायो तकनीकी व रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मोहम्मद फहीम खान के मार्गदर्शन में समस्त सहयोगी टीम का धन्यवाद व आभार खासतौर से एरा विश्वविद्यालय की प्रबंधक कमेटी का आभार व्यक्त किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पुस्तक वर्तमान समय में बिक्री हेतु नहीं है इस पुस्तक का सॉफ्ट कॉपी वर्जन संस्था की आधिकारिक वेबसाइट www.multidpublication.in पर जाकर इबुक लाइब्रेरी के ऑप्शन से सदस्यों के लिए निशुल्क डाउनलोड की जा सकती है आमिष ने यह भी बताया कि इस पुस्तक का एक सॉफ्ट वर्जन भारत की नेशनल लाइब्रेरी दिल्ली को भी ऑनलाइन माध्यम से प्रेषित की जा रही है जिसमें संस्था का पंजीकरण पहले से उपलब्ध है।
बहुआयामी संस्था के अन्य पदाधिकारियों में से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैयद अजीम अहमद जिन्होंने इसका कॉपीराइट आईएसबीएन का जिम्मा संभालते हुए निर्वाहन किया संस्था नियंत्रक इंजीनियर इस्तियाक अली जी के माध्यम से विभिन्न प्रकार के पत्र-पत्रिकाओं से वैज्ञानिकों के लेखकों का संग्रह करने का महत्वपूर्ण कार्य किया गया।
अंत में हम आशा वा उम्मीद करते हैं कि संस्था निरंतर दिन पर दिन प्रगति करती रहेगी और समाज में समाजिक भाईचारे की दृष्टि से मुकाम हासिल करेगी
संस्था का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के स्तर को पूर्णतया प्रयोगात्मक कराने के लिए संस्था एक दिन अवश्य ही सफल होगी।
पुनः समस्त टीम का धन्यवाद व आभार।